राजनांदगांव। खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू ने कुमर्दा ब्लॉक के ग्राम सागर, मुंजालकला में जन चौपाल लगाई। देर रात तक अपने क्षेत्र के लोगों के बीच मौजूद रहीं। विधायक ने कहा कि-मैं पूरा समय लेकर आईं हूं। अपने परिवार के बीच बैठकर चर्चा करने के लिए ही मैं यहां हूं। उन्होंने कहा कि-क्षेत्र के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए गए हैं। हमारी सरकार ने बेहतर योजनाएं लागू की हैं और उनका क्रियान्यवन भी काफी अच्छी तरह किया गया है। श्रीमती साहू ने ग्राम मुंजालकला में कार्यकर्ता पन्ना लाल साहू के घर ही रात बिताई।
गौरतलब है कि, विधायक श्रीमती साहू लगातार अपने क्षेत्र में जनचौपाल लगा रही हैं। ग्रामीणों के बीच उनकी चर्चा का यह देर आधी रात तक चलता रहता है। अपने बीच विधायक को पाकर गांव वाले उनका आत्मीय स्वागत कर रहे हैं। ग्रामीणों के आग्रह पर ही विधायक गांव में ही ग्रामीणों के घर पर ही रात में ठहर रहीं हैं। उनके इस आत्मीय व्यवहार की चर्चा हमेशा ही होती रही है।
अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों के बीच पहुंची विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू ने कहा कि-कांग्रेस सरकार ने किसान न्याय योजना लागू की। किसानों का कर्ज माफ किया, जो किसान भूमिहीन हैं उनके लिए आर्थिक अनुदान की व्यवस्था की। आज हमारी फसल का मूल्य सबसे अधिक है। समय पर इसका भुगतान मिल रहा है। अन्नदाताओं को असल मान-सम्मान कांग्रेस सरकार ने किया है। किसानों संपन्न हो रहे हैं और इससे हमारा राज्य समृद्ध हो रहा है।
उन्होंने कहा कि-खुज्जी विधानसभा में पुल-पुलिया, सड़क निर्माण पर हमने जोर दिया। इसके लिए उच्च स्तरीय प्रयास किए। सरकार से फंड लेकर आए और तेज गति से निर्माण कार्यों को पूरा करने पर जोर दिया। गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता न हो इसके लिए खुद कार्यों का निरीक्षण किया। गांव-गांव में सामुदायिक और सामाजिक भवन निर्माण कर रहे हैं। स्कूलों की मरम्मत हो रही है।
क्षेत्रीय आवश्यकताओं और मांगों पर उन्होंने कहा कि-आपके बीच मैं हमेशा ही मौजूद रहीं हूं। मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र को अपना परिवार माना है। आप जब चाहें तब मुझे बुला सकते हैं। आपकी मांगों और जररुतों पर हम बात कर रहे हैं। हमने अपने ओर से सौ प्रतिशत दिया है। विधायक से चर्चा पर ग्रामीणों ने संतुष्टि का भाव दिखाया। उन्होंने विधायक की आत्मीयता की सराहना करते हुए उनके कार्यकाल की प्रशंसा की।
इस दौरान कुमर्दा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अब्दुल खान, लालचंद साहू, देव पन्द्रों, फकीर साहू, ओम प्रकाश पडौती, कमलेश चंद्रवंशी, महेंद्र यादव, चुमन्न यादव, सावित्री साहू, शिव साहू, खिलेश साहू, भुसन साहू, लोमन साहू, दयालु साहू, मैना साहू, भारती साहू, रोहणी यादव, मधु साहू, ललिता साहू, शोभित साहू, मोती साहू, छबील साहू, भागिरती साहू, देव नारायण साहू, उभे यादव, रिखी साहू, विष्णु यादव, परमनानंद साहू, चुरामन साहू, कृष्ण ठाकुर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।