डोंगरगांव। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल चिरचारीकला में शुक्रवार को राज्य शासन के निर्देशानुसार व प्राचार्य एसबी उर्वशा के मार्गदर्शन में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत को उत्सव के रूप में मनाते हुए शाला प्रवेश उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण रविन्द्र वैष्णव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं।
कार्यक्रम की शुरुआत शालाओं में बच्चों के रोली-टीका और पुष्प माला पहनाकर स्वागत के साथ हुई। बच्चों को मिठाई खिलाई गई और निःशुल्क पाठ्य पुस्तके व गणवेश प्रदान किए गए। प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी स्तर तक के बच्चों में उत्साह देखते ही बन रहा था। विद्यालय प्रांगण गीत-संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गूंज उठा।
मुख्य अतिथि किरण रविन्द्र वैष्णव ने कहा, बच्चों का यह जोश और उल्लास दर्शाता है कि वे पढ़ाई के लिए कितने उत्साहित हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन और उपस्थिति सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को समुचित वातावरण देना और शिक्षा के मार्ग की सभी बाधाओं को दूर करना हमारी प्राथमिकता है।
इस अवसर पर विद्यालय में विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। छात्राओं ने एकल और सामूहिक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से सबका मन जीत लिया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सरपंच श्रीमति भारती मंडावी, शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष अंजनी शर्माए, समाजसेवी कुमार साहू, हिरदे सिन्हा, धर्मेन्द्र साहू, दुलेश्वरी चंद्रवंशी, नरेंद्र दमोहे, जगदीश मिश्रा, प्रहलाद मिश्रा, पोखराज मंडावी, महेश मंडावी, संकुल समन्वयक भूषण वाडेकर, हेमंत सलामे, दुर्गेश मालेकर, पंचगण, पालकगण, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष अंजनी शर्मा ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थी लक्ष्य बनाकर नियमित रूप से विद्यालय आएं और अपने शिक्षकों व माता.पिता के प्रति आदर रखें।
कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता हीरालाल गजभिये ने किया एवं आभार प्रदर्शन शिक्षक देवेन्द्र साहू ने किया। समस्त शिक्षकों ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शाला प्रवेश उत्सव के अंत में सभी बच्चों और पालकों को अतिथियों द्वारा पारंपरिक न्योता भोज भी कराया गया।
यह आयोजन न केवल बच्चों के लिए एक यादगार पल बनाए बल्कि शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में भी एक प्रेरणास्पद पहल साबित हुआ।