रायपुर। शिक्षक नेता ऋषि राजपूत, एकलव्य साहू, रूपेंद्र साहू, रूद्र कश्यप, नारायण साहू, मुकेश धु्रव आदि ने छत्तीसगढ़ सरकार से 2008 के सेटअप के विरूद्ध युक्तियुक्तकरण का विरोध किया है और 28 मई के आंदोलन को समर्थन दिया है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ किसान, आदिवासी, पिछड़े लोगों का राज्य है, अन्य राज्यों की तरह शिक्षा के मानकों को अभी लागू करना यहां की परिस्थितियों पर अनुकूल नहीं है, यहां प्राथमिक में पांच शिक्षक और मिडिल मे प्रत्येक विषय एक शिक्षक विषयवार जरूरी है, प्रधान पाठक को व्यवस्था, नियंत्रण और कार्यालयीन व कागजी कार्य होने से अधिकार संपन्न बनाये रखा जाए। शिक्षक के अवकाश के दिन अध्यापन तो हेडमास्टर करते ही हैं, स्कूल मर्ज करना समाज में गलत संदेश दे सकता है। कम दर्ज संख्या के स्कूलों में सुविधा बढ़ाई जाए।