प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से लाभान्वित होकर कारीगर समर्थ बनेंगे तो मिलेगा समृद्धि और सम्मान : कलेक्टर

7

राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल की उपस्थिति में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के लिए कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में आज जागरूकता कार्यशाला कार्यक्रम आयोजित किया गया। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से लाभान्वित होकर समर्थ बनेंगे तो समृद्धि और सम्मान दोनों मिलेगा। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि पुराने समय में गांव-गांव में बहुत सारी वस्तुओं को बनाया जाता था। गांवों में खेती-किसानी के लिए औजारों का निर्माण तथा अपग्रेड किया जाता था। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में हुनरमंद लोग हैं, जो धीरे-धीरे से कम होते जा रहे है। शासन द्वारा ऐसे परम्परागत हुनरमंद शिल्पकारों एवं कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए इस योजना की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत उस हुनर को समय के अनुरूप कैसे बेहतर करें उनके कौशल उन्नयन के लिए आज यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों का हुनर के आधार पर उपकरण एवं मशीन के लिए ऋण उपलब्ध कराने तथा जरूरत के आधार पर टूलकिट उपलब्ध कराया जाएगा और निर्मित वस्तुओं के लिए मार्केट उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कार्यक्षमता को बेहतर तरीके से बढ़ाने के लिए कहा। जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि इस योजना में किसी प्रकार की आयु सीमा नहीं है। किसी भी आयु के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगर इस योजना से जुड़कर लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि हुनरमंद लोग अपने हुनर को बेहतर कर सकते हैं और अधिक आय अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
जागरूकता कार्यशाला में बताया गया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों की पहचान विश्वकर्मा के रूप में कर उन्हें सभी लाभ प्राप्त करने के योग्य बनाना जाएगा। विश्वकर्माओं के उपलब्ध कौशल उन्नयन कार्यक्रमों से जोड़कर उनका कौशल विकास किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत उनकी योग्यता, क्षमता और उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक औजार, टूलकिट प्रदान किया जाएगा। योजना के अंतर्गत संपर्शिक मुक्त ऋण प्रदान करने तथा उन्नति के लिए विभिन्न बाजारों से जोड़ा जाएगा। सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को सहायता के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना घोषित की गई है। योजनांतर्गत कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लोहार, लोहे के औजार निर्माण, ताला बनाने वाले, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार, जूते बनाने वाले, राज मिस्त्री, टोकरी-चटाई, झाडू एवं पैरदान बनाने वाले, गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली का जाल बनाने वालों को लाभान्वित किया जाएगा। सभी वर्गों को अपनी आईडी व पहचान पत्र के माध्यम से प्रशिक्षण, टूलकिट व डिजिटल मार्केटिंग सपोर्ट दिया जाएगा। साथ ही बैंक शाखाओं के माध्यम से पहले चरण में 1 लाख रूपए व दूसरे चरण में 2 लाख रूपए तक की सहायता राशि रियायती 5 प्रतिशत ब्याज पर दिया जाएगा। इस अवसर पर महाप्रबंधक उद्योग एसके सिंह, एमएसएमई के सहायक संचालक सहित बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से लाभ लेने वाले प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।