राजनांदगांव/डोंगरगढ़। बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में हिंदू जागरण मंच ने राजनांदगांव और डोंगरगढ़ में आक्रोश जताया। मंच के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर बांग्लादेश सरकार के खिलाफ सख्त कदम उठाने और पीड़ित हिंदुओं को भारत में शरण देने की मांग की।
मंच ने ज्ञापन में हाल की एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि बांग्लादेश के मयमनसिंह क्षेत्र में एक हिंदू युवक की हत्या की खबर सामने आई है, जिससे हिंदू समाज में रोष है। मंच का आरोप है कि बांग्लादेश में हिंदुओं को लंबे समय से दबाव, जबरन धर्म परिवर्तन और अन्य गंभीर अपराधों का सामना करना पड़ रहा है और हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया गया।
हिंदू जागरण मंच का कहना है कि यह घटना सिर्फ बांग्लादेश का आंतरिक विषय नहीं है, बल्कि हिंदू समाज की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा है। ज्ञापन में मांग की गई कि भारत सरकार कूटनीतिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठोस कार्रवाई करे। साथ ही, वहां पीड़ित हिंदुओं को सुरक्षित निकालकर भारत में शरण देने की व्यवस्था की जाए।
राजनांदगांव में जिलाधीश के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान सुशील लड्ढा, प्रवीण शर्मा, सविता बोस, प्रभात गुप्ता, जुगल गुप्ता, हेमलाल ढीमर, गोविंद साहू, विष्णु सिंह, राजू साहू, कुबेर साहू, महेंद्र जंघेल, हरीश भानुशाली, मनोज गोलछा, मुकेश सोनी, नीलू साहू, रोहित तिवारी, आनंद गुप्ता सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
डोंगरगढ़ में एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया गया। यहां विशाल सुराणा, अभिषेक अग्रवाल, सविता दरगढ़, निखिल शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
हिंदू जागरण मंच ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार नहीं रुके तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। साथ ही केंद्र सरकार से आग्रह किया गया कि वह इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गंभीरता से उठाए और हिंदू समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करे।










