राजनांदगांव। जमीन की बढ़ी गाइडलाइन दरों को वापस लेने की मांग को लेकर राजनांदगांव के जयस्तंभ चौक में आमजनों का धरना शनिवार को पाँचवें दिन भी जारी रहा। बड़ी संख्या में लोग सुबह से ही चौक पर जुटे और नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि गाइडलाइन दरों में हुई वृद्धि आम जनता पर सीधा आर्थिक बोझ डालने वाली है।
आमजन का कहना है कि नई दरों से कृषि भूमि से लेकर आवासीय और व्यवसायिक संपत्तियों के पंजीयन शुल्क में भारी बढ़ोत्तरी होगी। वहीं नई रजिस्ट्री पर लगने वाली स्टाम्प ड्यूटी भी बढ़ गई है, जिससे जमीन खरीद-बिक्री आम लोगों की पहुँच से दूर होती जा रही है।
धरना दे रहे लोगों ने इसे काला कानून करार देते हुए कहा कि जब तक सरकार बढ़ी हुई दरें वापस नहीं लेती, आंदोलन थमेगा नहीं।
इधर विरोध की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए शनिवार को प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसमें धरना आंदोलन को पाँच दिन और बढ़ाने तथा आगामी दिनों में बाइक रैली निकालने की अनुमति मांगी गई।
20 नवंबर 2025 को नई गाइडलाइन दरें जारी होते ही प्रदेशभर में नाराजगी तेज हो गई है। कई जिलों में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा है कि यदि सरकार ने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया, तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।










