गायत्री विद्या मंदिर में विज्ञान और अध्यात्म का अनोखा संगम

1

राजनांदगांव। गायत्री विद्या मंदिर (हिन्दी माध्यम) कंचनबाग में विज्ञान प्रदर्शनी एवं बाल मेला हर्षोल्लास से मनाया गया। जिसमें नन्हें वैज्ञानिकों ने रोचक और ज्ञानवर्धक मॉडल बनाये। ऑटोमेटिक अग्नि शामन यंत्र जो ताप को महसूस कर आग बुझा सकता है। वेस्ट मटेरियल मेनेजमेंट, उपग्रह संचार, कार्बन शुद्धिकरण, मानव मस्तिष्क एवं क्ले से बनाया गया रेशम के कीड़े का जीवन चक्र आकर्षण का केन्द्र था।
धार्मिक यात्रा के अंतर्गत दशावतार बारह ज्योर्तिलिंग, उषापान का महत्व और दैनिक दिनचर्या में प्रयोग होने वाले मंत्रों का उच्चारण कर बच्चों ने अपने संस्कार का परिचय दिया। सोनिया और ओजश्वनी ने मॉडल और कविता के माध्यम से ऑपरेशन सिन्दूर का गौरव गान किया। छत्तीसगढ़ की झांकी जिसमें व्यंजन, त्यौहार, लोक कलाकार, मंदिर, पर्यटन और छत्तीसगढ़ की संस्कृति लोगों को लुभा रहे थे।
गणित विषय के अंतर्गत ज्यामिति पार्क, मैथ्स, मैजिक, थ्रीडीशेप, कोणों के प्रकार बताये। प्राचीन परंपरा गुरूकुल को मॉडल के माध्यम से दिखाया गया। हिन्दी साहित्य की महान विभूतियां, भारत की वीरांगनाओं की शौर्य गाथा हिन्दी और संस्कृत व्याकरण की जानकारी भी प्रदान किये। आर्ट एवं क्राफ्ट की पालकों ने विशेष प्रशंसा किये।
बाल मेला को आनंदमय बनाने के लिए खेल और स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल भी लगाये। सेल्फी जोन में बच्चें और पालक यादों को समेट रहे थे।
गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ. बृजकिशोर सुरजन, उपाध्यक्ष श्रीमती संध्यादेवी सिंघल, राजेश जैन, सचिव गगन लड्ढा, सहसचिव निकुंज सिंघल, कोषाध्यक्ष सूर्यकांत चितलांग्या, स्पोर्ट्स डायरेक्टर सागर चितलांग्या, संरक्षक नंदकिशोर सुरजन, श्रीमती सुषमा सुरजन, सांस्कृतिक प्रभारी हरीश गाँधी, श्रीमती रूपाली गाँधी, एकेडमिक डायरेक्टर अमित उत्तलवार, प्राचार्य सुश्री सीमा श्रीवास्तव, श्रीमती शैलजा नायर, श्रीमती पिंकी खण्डेलवाल, उपप्राचार्य श्रीमती तामेश्वरी साहू एवं समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बच्चों को विज्ञान प्रदर्शनी एवं बाल दिवस की बधाई दी।