गरीब ठेले वाले की मदद करने पर कुलबीर छाबड़ा मुझे फंसाने का प्रयास कर रहे : आशीष डोंगरे

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राजनांदगांव। राजनांदगांव में एक गरीब ठेले वाले की मदद को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक रंग ले चुका है। भाजपा के युवा नेता आशीष डोंगरे ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को गरीबों की सेवा से एलर्जी है। राहुल गांधी से लेकर कुलबीर छाबड़ा तक घटिया राजनीति करना कांग्रेस नेताओं की आदत बन चुकी है। डोंगरे ने कहा कि जनता की सेवा करने वालों को बदनाम करना कांग्रेस नेताओं का पसंदीदा काम है।
श्री डोंगरे ने आगे कहा कि हाल ही में नगर निगम द्वारा जप्त किया गया एक ठेला लखोली निवासी गरीब मजदूर राकेश निर्मलकर की रोजी-रोटी का साधन था, उसकी व्यथा जानकर उन्होंने मानवता के नाते उसकी मदद की। उन्होंने कहा मैंने सिर्फ इतना किया कि ठेला उसे कुछ समय के लिए दिलवा दिया, ताकि वह अपने परिवार का भरण.पोषण कर सके। साथ ही यह भी कहा कि जब असली मालिक आए तो ठेला ईमानदारी से लौटा देना। इसमें राजनीति कहां से आ गई? डोंगरे ने आरोप लगाया कि इस मानवीय कार्य को लेकर कांग्रेस नेता कुलबीर छाबड़ा ने अनर्गल आरोप लगाते हुए उन्हें और निगम कर्मचारी को फंसाने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा छाबड़ा जैसे नेता अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। गरीब की मदद करने पर भी सवाल उठाना उनकी संकीर्ण सोच को दर्शाता है। भाजपा नेता ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं ने कभी गरीबों की भलाई के बारे में नहीं सोचा। जब भाजपा नेता गरीबों की सेवा करते हैं तो कांग्रेसियों को पेट में दर्द होने लगता है। उन्होंने कहा यही कारण है कि वे सेवा भावना से किए गए कार्यों को भी राजनीति का रंग देने लगते हैं। डोंगरे ने आगे कहा कि कुलबीर छाबड़ा अपने ही वार्ड में जनता का विश्वास खो चुके हैं। कई बार पार्षद रहने के बावजूद वे अपने क्षेत्र के गरीबों के लिए कुछ नहीं कर पाए। उन्होंने कहा इस बार जनता ने उन्हें नकार दिया और भाजपा के उम्मीदवार को चुना। अब वे दूसरों की सेवा गतिविधियों में अड़ंगा डालने में ही आनंद ले रहे हैं। किसी भी प्रकार के अवैध लेन-देन के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए डोंगरे ने कहा मैं गरीबों की सेवा को अपना कर्तव्य मानता हूं। यदि कोई व्यक्ति इस पर राजनीति करता है या मुझे फंसाने की कोशिश करता है तो उसे गरीब की हाय लगेगी। समाज की भलाई करना राजनीति नहीं बल्कि मानवता है।