राजनांदगांव। जिला पशु चिकित्सालय की तत्परता और समर्पण ने एक बार फिर साबित कर दिया कि समय पर मिला उपचार जीवनदायी हो सकता है। शहर के लालबाग कॉलोनी स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय संस्था के सामने बीती रात से प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक घुमंतू गाय की जान पशु चिकित्सकों ने बचा ली। गाय के साथ उसका नवजात बछड़ा भी पूरी तरह सुरक्षित है।
जानकारी के अनुसार, गाय रातभर प्रसव का प्रयास कर रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। अत्यधिक कमजोरी के चलते वह बैठ गई और आगे कोई प्रयास नहीं कर पा रही थी। सुबह संस्था की एक दीदी ने स्थिति को गंभीर समझते हुए जिला पशु चिकित्सालय से संपर्क किया।
सूचना मिलते ही पशु चिकित्सालय से डॉ. तरुण रामटेके अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में उन्होंने पाया कि गाय को गर्भाशय में मरोड़ है, जिसके कारण सामान्य प्रसव असंभव हो गया था। ऐसे में तत्काल निर्णय लेते हुए डॉ. रामटेके ने गाय का सिजेरियन ऑपरेशन करने का फैसला लिया।
यह ऑपरेशन बेहद जटिल था, लेकिन डॉक्टर की कुशलता और टीमवर्क के दम पर पूरी तरह सफल रहा। ऑपरेशन के दौरान डॉ. तरुण रामटेके के साथ बलराज सिंह चौहान, हर्ष ठाकुर, पीयूष कश्यप और इंटर्नशिप कर रहे विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभी के सामूहिक प्रयासों से गाय और उसके बछड़े दोनों को जीवनदान मिल सका।
संस्था के सदस्यों ने पशुपालन विभाग की त्वरित सेवा और कर्मनिष्ठा की खुले दिल से प्रशंसा की। इस मौके पर डॉ. रामटेके ने कहा कि, पशु भी हमारे परिवार का हिस्सा होते हैं, समय पर इलाज से उनकी जान बचाई जा सकती है।
पशु चिकित्सा विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी पशु को प्रसव में कठिनाई हो रही हो तो तत्काल जिला पशु चिकित्सालय से संपर्क करें, ताकि समय रहते उचित उपचार दिया जा सके।