रायपुर। दिवाली से पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के हजारों संविदा कर्मचारियों ने सरकार से 5 प्रतिशत वेतन वृद्धि और 5 प्रतिशत वार्षिक बोनस का आदेश शीघ्र जारी करने की मांग की है। कर्मचारी संघ का कहना है कि अगस्त-सितंबर में 33 दिनों तक चले आंदोलन के दौरान सरकार ने जिन मांगों पर सहमति दी थी, उनमें से कई अभी तक आदेश की शक्ल नहीं ले सके हैं।
एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी और प्रदेश प्रवक्ता पुरन दास ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि सरकार द्वारा घोषित 27 प्रतिशत लंबित वेतन वृद्धि में से 5 प्रतिशत वृद्धि और सी.आर. (Confidential Report) के आधार पर मिलने वाले वार्षिक बोनस की राशि का आदेश अब तक जारी नहीं किया गया है।
मांगें थीं मान्य, पर आदेश लंबित
गौरतलब है कि 18 अगस्त से 19 सितंबर तक प्रदेश भर के एनएचएम कर्मचारी नियमितीकरण, संविलियन, ग्रेड पे निर्धारण और लंबित वेतन वृद्धि सहित कई मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे थे। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सहित विभागीय अधिकारियों से कई दौर की बातचीत हुई और कुछ प्रमुख मांगों पर सहमति बनी। इनमें शामिल हैं—
27% लंबित वेतन वृद्धि में से 5% का आदेश शीघ्र
वार्षिक बोनस हेतु सी.आर. प्रक्रिया में पारदर्शिता
30 दिन सवैतनिक चिकित्सा अवकाश
₹5 लाख की कैशलेस चिकित्सा सुविधा
त्योहार पर राहत की उम्मीद
संघ ने अपील की है कि कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए दिवाली से पूर्व सहमति बिंदुओं पर आदेश जारी किए जाएं, ताकि संविदा कर्मचारी भी यह त्योहार सम्मान और खुशी से मना सकें।
बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली की भी मांग
हड़ताल के दौरान बर्खास्त किए गए 25 कर्मचारियों की पुनर्बहाली को लेकर भी संघ ने सरकार से विशेष आग्रह किया है।
अन्य मुद्दों पर भी बनी है प्रगति की उम्मीद
संघ ने जानकारी दी कि ग्रेड पे निर्धारण, अनुकंपा नियुक्ति एवं नियमित भर्ती में आरक्षण तय करने हेतु तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है, जो तीन माह में अपनी रिपोर्ट देगी। वहीं नियमितीकरण और संविलियन संबंधी मामलों पर केंद्र सरकार से मार्गदर्शन हेतु राज्य सरकार ने पत्र भी भेजा है।
संघ का कहना है कि सभी कर्मचारी अब सेवा में लौट चुके हैं और पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। अब सरकार की बारी है कि वह दिवाली पूर्व अपने वादों को निभाकर कर्मचारियों को सम्मान और विश्वास का उपहार दे।