राजनांदगांव। भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालय द्वारा “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के तहत मंगलवार को नर्सिंग कॉलेज, राजनांदगांव में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ. अतुल मनोहरराव देशकर (अधीक्षक, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पेंड्री) और विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रकाश खुंटे (सहायक प्राध्यापक, मेडिसिन विभाग) उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन 30 सितंबर को दोपहर 12:30 से 1:30 बजे तक किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। इस मौके पर नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य श्रीमती ममता नायक ने कहा, जब महिलाएं शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होती हैं, तभी एक मजबूत परिवार और समाज की कल्पना की जा सकती है।
डॉ. प्रकाश खुंटे ने बुनियादी जीवन समर्थन (बीएलएस) विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि दिल की धड़कन या सांस रुकने पर सीआरपी (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) से व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
उन्होंने बताया कि सीआरपी की प्रक्रिया में दोनों हाथों की हथेली से छाती पर 30 बार प्रेशर देने के बाद, 2 बार मुँह से साँस दी जाती है। इसे जानना हर व्यक्ति के लिए जरूरी है।
कार्यक्रम में डॉ. सौम्या चेलक (MBBS, इंटर्न) ने मैनिकिन पर सीआरपी का लाइव प्रदर्शन कर महिलाओं को यह तकनीक सिखाई।
डॉ. अतुल देशकर ने कहा कि गहरी नींद और संतुलित आहार न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करते हैं। योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मानसिक शांति मिलती है।
उन्होंने बताया कि कॉलेज में योगनिद्रा सेंटर की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की गई है, जहां नर्सिंग सिस्टरों की मदद से इसका संचालन किया जा रहा है।
यह आयोजन राष्ट्रीय पोषण माह और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत किया गया। डॉ. लक्की नेताम और डॉ. सौम्या चेलक इस कार्यक्रम के सह-संयोजक रहे।