पशु मेला व चिकित्सा शिविर में पशुपालकों ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा

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राजनांदगांव। पशुधन विकास विभाग द्वारा शुक्रवार को पशु चिकित्सालय राजनांदगांव परिसर में विकासखण्ड स्तरीय पशु मेला, प्रदर्शनी एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिलेभर से बड़ी संख्या में पशुपालकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव रहीं। उन्होंने मेले का अवलोकन करते हुए पशुपालकों को आधुनिक तकनीक अपनाने और योजनाओं का लाभ उठाने की सलाह दी।
मेला स्थल पर दुधारु गाय, बछड़ा, बछिया, भैंस, बैल और उन्नत नस्ल के बकरे प्रदर्शित किए गए। इन पशुओं को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आसपास के गांवों से आए पशुपालक अपने पशुओं को सजा-धजाकर लाए थे।
मेले में चारा प्रसंस्करण, यूरिया उपचार, साइलेज निर्माण, अजोला उत्पादन जैसे विषयों पर आधारित स्टॉल लगाए गए। इन स्टॉलों पर पशुपालकों ने गहरी रुचि दिखाई और तकनीकी जानकारियां प्राप्त कीं।
कार्यक्रम में आए पशुओं का मौके पर टीकाकरण और स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। कुछ पशुओं में बीमारी के लक्षण पाए जाने पर उन्हें आगे उपचार के लिए पशु चिकित्सालय रेफर किया गया।
डॉ. तरुण रामटेके और डॉ. अशोक जैन द्वारा पशुपालकों को राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना, बकरी व मुर्गी पालन, फार्मिंग मॉडल, स्वरोजगार की संभावनाएं और अन्य हितग्राही योजनाओं की जानकारी दी गई। पशुपालकों ने इस प्रशिक्षण को बेहद लाभकारी बताया।
मेले के अंत में प्रतियोगिता के विजेता पशुपालकों को सम्मानित किया गया। दुधारु गाय वर्ग में गिरधर यादव और संदीप यादव को, बछिया वर्ग में जसवंत साहू, जितेन साहू और झांसी साहू को, बकरी और भेड़ वर्ग में टिकेश कुमार यादव, मुजीब बिलाल, आशीष देशलहरे सहित 6 अन्य पशुपालकों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए।
उप संचालक डॉ. प्रतिभा भोसले, जिला पशु चिकित्सालय प्रभारी डॉ. तरुण रामटेके, डॉ. अर्चना मिश्रा, डॉ. अनुप्रिया चंद्राकर, डॉ. प्रियंका साव, डॉ. गजेंद्र यादव, बलराज सिंह चौहान, प्रेमलता कोसरे, शत्रुघ्न यादव, पीयूष कश्यप सहित इंटर्नशिप कर रहे छात्र-छात्राएं व स्थानीय किसान आयोजन में शामिल हुए।
पशुपालकों ने आयोजन को सराहते हुए कहा कि इस तरह के मेले ज्ञानवर्धक होते हैं और पशुपालन के प्रति लोगों का रुझान भी बढ़ाते हैं।