21 वर्षीय सरोज बेटी को न्याय दिलाने के लिए उतरे सामाजिक संस्था

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राजनांदगांव। इलाज में लापरवाही बरतने पर हिंदू जागरण मंच, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना जीवनदान सेवा संस्था के महेंद्र जंघेल एवं हरीश भानुशाली परिजन के साथ मृत महिला के शव को लेकर कृष्णा हॉस्पिटल पहुंचे। परिजन पहले ही सभी संस्थाओ को लिखित आवेदन देकर उचित न्याय के लिए मदद की गुहार लगाई। परिजनों ने पूरे प्रुफ के साथ संस्था के पास पहंुचे थे। परिजनों ने बताया 30-31 की रात को 2 बजे कृष्णा हॉस्पिटल पहुंचे थे।ञ परिजनों ने ऑपरेशन ना कराकर दूसरे कहीं ओर हॉस्पिटल ले जाने की बात कही, तो कृष्णा हॉस्पिटल के दुबे ने केश को बहुत क्रिटिकल बताया और ऑपरेशन करना होगा बताकर कोरे पन्ने पर मृत महिला के पति से साईन करवाया एवं 80 हजार में इलाज का पूरा कंप्लीट चार्ज बताया। महिला का इलाज लगभग दिन के 12-1 बजे के आसपास ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के 15 से 20 मिनट के अंदर ही मरीज के स्थिति ज्यादा खराब होते देखकर हार्ट का प्रॉब्लम है, कहाकर जल्द से जल्द रेफर कर दिए। वेंटिलेटर एंबुलेंस बुलाकर एवं 80 हजार की जगह में मात्र 50 हजार लेकर हम लोग की तरफ से 30 हजार डिस्काउंट कर रहे हैं कहकर जल्द से जल्द रायपुर ले जाने के लिए रवाना कर दिया।
परिजनों ने स्थिति को देखते हुए शहर के ही संजीवीनी हार्टकेयर हॉस्पिटल लेकर आए, जहां महिला कुछ दिन वेंटिलेटर वार्ड मे रहने के बाद अपना दम तोड़ दिया। इन सबकी जानकारी होने पर संस्था कृष्णा हॉस्पिटल के सामने जमकर अपना आक्रोश दिखाया और उचित न्याय के लिए कृष्णा हॉस्पिटल के सामने में प्रदर्शन किया। हॉस्पिटल वाले के कई घंटो की चुप्पी देखते हुए शव के साथ परिजनों के साथ नेशनल हाईवे पर बैठ गए, तब जाकर वहां सिटी कोतवाली से पुलिस टीम पहुंचे, जिनके कहने पर तुरंत ही हाईवे को पूरी तरह से खोल दिया गया, जिसके बाद प्रशासन और हॉस्पिटल वाले के तरफ से लगभग डेढ़ से दो घंटा इंतजार करने के बाद में कोई जवाब नहीं देने पर दोबारा से नेशनल हाईबे को जाम किया गया, जिसके बाद शासन-प्रशासन और हॉस्पिटल वाले हरकत में आए, तब जाकर कर पीड़ित परिवार को न्याय मिला।
संस्था ने शासन-प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की एवं सभी निजी हॉस्पिटल की डिग्री चेक करने एवं सरकारी गैर सरकारी स्वास्थ्य विभाग को सुधारने की मांग की गई।