राजनांदगांव। हनुमान सेवा समिति, छत्तीसगढ़ के संरक्षक व अध्यक्ष पर्यटन मंडल छत्तीसगढ़ नीलू शर्मा के मार्गदर्शन में द्वितीय चरण में पीतल का गदा चढ़ाने का अभियान पूरे उत्साह के साथ जारी है। इस पुण्य कार्य के तहत समिति ने प्यारेलाल चौक मंदिर, स्टेशन पर मंदिर, चिखली मंदिर, सिंगरपुर मंदिर, डिलापहरी मंदिर, इंडस्टि्रयल एरिया मंदिर, पनेका चौक मंदिर, ढाबा मंदिर, पाताल भैरवी मंदिर में पीतल का गदा अर्पित किया है।
समिति ने घोषणा की है कि जिस हनुमान मंदिर में अभी तक पीतल का गदा नहीं चढ़ाया गया है, वहां भी यह कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा। इस अभियान में समिति के सदस्य शिव वर्मा, मनोज वर्मा, सोनू परिहार, राजेंद्र राजपूत, आशु डाहरिया, नीलेश पटेल, राजू वर्मा, संदीप वालस्कर, कमलेश चौरसिया, राजा वर्मा, विजय वैष्णव, छोटू मानिकपुरी, शुभम पात्रे, सूरज डोंगरे, स्वाधीन नायक, शिवम देवांगन, कुंदन साहू, रविंद्र देवांगन, गिरधारी साहू, राकेश वर्मा, नरोत्तम साहू, दीपक देवांगन, अमित चौहान, दीपक साहू, रमेश साहू, रोशन देवांगन, शौर्य शर्मा, सुनील वर्मा, करण पाल, धर्मेंद्र यादव सहित अन्य सदस्य भक्ति और समर्पण के साथ मंदिर-मंदिर पहुंचकर यह सेवा कार्य कर रहे हैं।
श्रद्धा और भक्ति को बढ़ावा
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भगवान हनुमान के प्रति श्रद्धा और भक्ति को बढ़ावा देना, मंदिरों की आध्यात्मिक और सौंदर्यपूर्ण महत्ता को उन्नत करना, सामुदायिक एकता को प्रोत्साहित करना, सांस्कृतिक परंपराओं का संरक्षण और विस्तार करना तथा समाज में निःस्वार्थ सेवा की भावना को जागृत करना है। यह अभियान धार्मिक मूल्यों को मजबूत करने के साथ-साथ समाज में एकता और समर्पण की भावना को प्रेरित करता है।
होगा सांस्कृतिक परंपराओं का विस्तार
हनुमान सेवा समिति का यह अभियान छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को न केवल संरक्षित कर रहा है, बल्कि उनका विस्तार भी कर रहा है। हनुमान जी की पूजा-अर्चना से जुड़े रीति-रिवाजों और परंपराओं को जीवित रखने के लिए यह अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है। पीतल का गदा चढ़ाने की प्रथा, जो हनुमान जी की शक्ति और भक्ति का प्रतीक है, को पुनर्जनन प्रदान कर यह अभियान नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ रहा है। विभिन्न मंदिरों में आयोजित इस कार्य के दौरान भजन, कीर्तन और धार्मिक आयोजनों ने स्थानीय संस्कृति को और अधिक प्रचारित किया है, जिससे समुदाय में सांस्कृतिक गौरव और एकता की भावना बढ़ी है।
धार्मिक उत्साह में वृद्धि
इस अभियान ने क्षेत्र में कई सकारात्मक प्रभाव डाले हैं। मंदिरों में पीतल का गदा चढ़ाए जाने से धार्मिक उत्साह में वृद्धि हुई है, जिससे श्रद्धालु अधिक संख्या में पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। मंदिरों का सौंदर्यीकरण और आध्यात्मिक महत्व बढ़ने से स्थानीय समुदाय में गर्व की भावना जागृत हुई है। अभियान ने सामुदायिक एकजुटता को बढ़ावा दिया है, जिससे लोग सामाजिक और धार्मिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी दिखा रहे हैं। विशेष रूप से युवा पीढ़ी में सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। निःस्वार्थ सेवा की भावना ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में योगदान दिया है। यह अभियान अन्य संगठनों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन रहा है, जो समान धार्मिक और सामाजिक पहलों को शुरू करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।
हनुमान सेवा समिति ने बताया कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा, ताकि सभी हनुमान मंदिरों में पीतल का गदा चढ़ाया जा सके। इस कार्य ने क्षेत्र में भक्ति, एकता, सेवा और सांस्कृतिक गौरव का माहौल बनाया है, जो समुदाय को सकारात्मक दिशा में ले जा रहा है।