हेमा देशमुख की सत्ता के अहंकार में कांग्रेस को पूरी तरह से डूबोने में अहम भूमिका रही? – ओस्तवाल

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हेमा देशमुख की सत्ता के अहंकार में कांग्रेस को पूरी तरह से डूबोने में अहम भूमिका रही? – ओस्तवाल

राजनांदगांव शहर की जन-जन की अवाज एवं पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने एक जारी बयान में यह कहा कि जिस तरह से राजनांदगांव शहर में निगम के महापौर प्रत्याशी सहित पार्षदों की जो करारी हार हुई है उसकेे पीछे राजनांदगांव नगर निगम में कांग्रेस की महापौर श्रीमती हेमा देशमुख जी सहित जिन निर्वाचित कांग्रेस के पार्षदों की जो कांग्रेस पार्टी के संगठन के वरिष्ठ नेताओ और जमीनी ईमानदार कार्यकर्ताओ की जो अपेक्षा करके फूल छाप कांग्रेसीयो और भाजपा के ठेकेदारों और दलालो का जो वर्चस्व निगम में था उसको शहर की जनता आए दिन समाचार पत्रो में देख रही थी जबकी मेरे द्वारा सैकड़ो बार पत्रो और समाचार पत्रो के माध्यम् से निगम की महापौर की आँख खोलनी चाहि

लेकिन प्रदेश में कांग्रेस पार्टी कि सत्ता का और प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी और जिले के पूर्व प्रभारी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और अमरजीत भगत की नजदीकियों का जो अहंकार महापौर हेमा देशमुख को जो भरा हुआ था वह संगठन और शहर की आम जनता की तकलीफो को देखने की बजाय? अपनी मदमस्त हाथी की चाल में पूरी तरह व्यस्त होकर कंबल ओड़कर जो घी पीने का काम किया गया?

उसका नतीजा शहर की जनता ने खुला जवाब कांग्रेस की महापौर हेमा देशमुख के सामने यह पेश कर दिया है और महापौर हेमा देशमुख ने पूरे निगम चुनाव के दौरान अपने 5 वर्ष की एक भी जनहित की उपलब्धित का प्रचार करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई क्यों? इसलिए प्रदेश कांगेस के अध्ययक्ष सहित प्रदेश प्रभारी से मेरा अनुरोध है कि कांग्रेस पार्टी की जिस तरह से राजनांदगांव में जो इतनी बुरी गती हुई है उसके लिए सत्ता के अहंकार में रहने वाले नेताओ को बाहर का रास्ता दिखाते हुए तत्काल तमाम पदो से इन्हें मुक्त किया जाये और कांग्रेस के प्रति ईमानदारी से निष्ठा रखने वाले जमीनी नेताओ का चयन करना कांगेस के हित में होगा और यदि कांगेस पार्टी में फिर इन आधा सीसी नेताओ को यदि कांगेस संगठन की बागडौर साैंपा तो हो सकता है

आने वाले समय में कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन जन्म तिथि और पूण्य तिथि में भी गिनती के रह सकते हैं? इसका चिंतन करते हुए विधानसभा, लोकसभा और नगर निगम के जो चुनाव में इतनी बड़ी करारी हार की यदि कोई जवाबदारी तय नहीं होगी तो आने वाले समय में यह फिर मोतीपुर के उस नेता के अखाड़े में कई नेता आपको नजर आएंगे ।