राजनांदगांव। आगामी दिनांक 13 जुलाई को स्थानीय होटल राजवाड़ा में वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई के 6वें वंशज और डब्ल्यूओडब्ल्यू एकेडमी के सीईओ, जाने-माने आहार विशेषज्ञ वैभव साठे का स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और स्वस्थ जीवनशैली से जोड़ने प्रभावी व्याख्यान होना है। सूर्य नाड़ी, चंद्र नाड़ी, जल चिकित्सा, योग एवं मर्म चिकित्सा के जानकार हैं। उनका मानना है कि, व्यस्त जीवनचर्या मे इंसान भूल जाता है कि, भौतिक सुखों को भोगने के लिए परिवार का स्वस्थ रहना जरूरी है। अन्यथा प्रदूषित वातावरण, पेस्टीसाइड युक्त भोजन तथा अव्यवस्थित जीवनचर्या हमें बीमार कर सकती है। आज की व्यस्ततम जीवनचर्या में हर इंसान सिर्फ और सिर्फ धन-दौलत, जमीन जायदाद एवं भौतिक सुख-साधना को जुटाने में लगा हुआ हैं। वो यह भूल जाता है कि, इन सभी भौतिक सुखों का उपयोग करने हेतु उसका एवं उसके परिवार का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी हैं। अन्यथा आज का प्रदूषित वातावरण, केमिकल व पेस्टीसाइड युक्त भोजन एवं अव्यवस्थित दिनचयाएं कभी भी हमें बीमारियों से जकड़ सकते हैं। उनका कहना है कि, बीमार होने का इंतजार न करें स्वस्थ रहने का इंतजाम करें।
उन्होंने भारत को श्दवाई मुक्तश् बनाने का अभियान छेड़ा हुआ है। उनके द्वारा बताई चिकित्सा पद्धति से हजारों लोग डायबिटीज जैसी बीमारी से मुक्ति पा चुके है। हार्ट की बीमारी, चर्म रोग, अस्थि रोग जैसे अन्य रोगों का वे शर्तिया इलाज सिर्फ खान-पान पद्धति में बदलाव लाकर करते हैं। श्री साठे का मानना है कि, शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण की स्थिति पर निर्भर करता है यदि कोई व्यक्ति शारीरिक रुप से स्वस्थ है, मानसिक रुप से शांत है, और सामाजिक रुप से सक्रिय है, तो इसके पीछे हमारे खान-पान का बहुत बड़ा योगदान है। वर्तमान में हमारा खानपान केमिकल युक्त होने के कारण बीमारियां घर-घर और जन-जन तक पहुंच चुकी है। हमने अपने भोजन और पानी को दूषित कर लिया है। यदि भोजन ऑर्गेनिक हो जाए और पानी झरने जैसे मिले तो बीमारियां स्वत ही भाग जाएगी।
कार्यशाला में भोजन और पानी की शुद्धता पर एवं मर्म चिकित्सा पर इस एक द्विवसीय कार्याशाला में अपने विचार आमजनों से साझा करेंगे। आयोजक मंडल ने नगर के जागरुक लोगों से कार्यशाला में बड़ी संख्या में उपस्थित होने की अपील की है।
