सावन माह के प्रत्येक सोमवार को 2 बजे के बाद शैक्षणिक संस्थाओ में अवकाश दिये जाने की मांग पूर्व में हर सावन सोमवार को अवकाश दिया जाता था

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सावन माह के प्रत्येक सोमवार को 2 बजे के बाद शैक्षणिक संस्थाओ में अवकाश दिये जाने की मांग 0 पूर्व में हर सावन सोमवार को अवकाश दिया जाता था

राजनांदगांव। संस्कारधानी की विभिन्न धार्मिक संस्थाओं, संगठनों एवं विभिन्न संघ द्वारा मांग की जा रही है कि हर सावन सोमवार के दिन दोपहर 2 बजे तक ही शैक्षणिक संस्थाओं में अध्यापन हो। सावन माह में हर सोमवार एक धार्मिक दिवस होने के चलते सावन सोमवार को आधा दिन 2 बजे के बाद सभी शैक्षणिक संस्थाओं में अवकाश दिया जाये।

इस संबंध में संस्कारधानी श्रद्धालुगण विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल के जिलामंत्री अनुप श्रीवास, ओम प्रकाश अग्निहोत्री जी, बाबा मेश्राम, माँ शीतला मंदिर से राजकिशोर दुबे, मिथलाधाम गणेश मंदिर से श्री अशोक चैधरी, वरिष्ठ पत्रकार अशोक पांडे जी, सूरज बुद्धदेव जी, लालबागेश्वर धाम से आवतराम तेजवानी, संजय तेजवानी, धार्मिक कार्यकर्ता राजेन्द्र यादव, पवन डागा, आलोक बिंदल, राकेश यादव, शरद सिन्हा, मनीभास्कर गुप्ता, कमलेश सूर्यवंशी, अतुल रायजादा, रवि सिन्हा, राजा माखीजा, अशोक लोहिया, आलोक बिन्दल, श्रीमती संगीता शुक्ला, जयेश चटवानी, मिथलेश शुक्ला, हेमन्त तिवारी, महेश खंडेलवाल, लायन्स क्लब से अमित खंडेलवाल, कमल किशोर साहू, ललित भंसाली , संस्कारधानी सेवा संस्थान से राजेश श्यामकर, योगेश खत्री, भावेश अग्रवाल, मानव देशमुख, हरीश गांधी गायत्री परिवार, संजय शर्मा बालाजी एवं समस्त धार्मिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि हर सावन सोमवार के 2 बजे के बाद शैक्षणिक संस्थाओं में अवकाश दिया जाना चाहिये।

जिससे विद्यार्थी एवं शिक्षक सावन सोमवार के होने वाले धार्मिक आयोजन में शामिल हो सके। सभी पदाधिकारियों ने इस संबंध में कहा है कि राजनांदगांव को आज महाकाल की नगरी” के रूप में एक नई धार्मिक-सांस्कृतिक पहचान प्राप्त हो रही है, जो कि हम सभी के लिए अत्यंत गौरव का विषय है।

सावन माह में प्रत्येक सोमवार को नगर में बाबा महाकाल की धार्मिक यात्राएं, पालकी यात्रा एवं अन्य धार्मिक आयोजन श्रद्धा आस्था और सामाजिक एकता के प्रतीक बन चुके हैं। इस पुण्य अवसर पर बच्चों, विद्यार्थियों, शिक्षकों तथा नागरिकों की भागीदारी अत्याधिक महत्वपूर्ण होती है। अतः आपसे निवेदन है कि नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सावन माह के प्रत्येक सोमवार को दोपहर 2ः00 बजे के बाद अधिकारिक अवकाश घोषित किया जाए।

इस निर्णय से विद्यार्थियों में धार्मिक जागरूकता, संस्कारों की शिक्षा तथा सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलेगा और संस्कारधानी की छवि और भी प्रबल होगी। सावन सोमवार को पहले भी शैक्षणिक संस्थाओ में 2ः00 के बाद अवकाश देने व्यवस्था रही थी, भविष्य में भी लागु रहे, आपसे निवेदन है कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए शीघ्र सकारात्मक निर्णय लिया जाए।