शासकीय बाल संप्रेक्षण गृृह में पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम का आयोजित

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राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के स्टेट प्लान ऑफ एक्शन 2024 के माह जून के कलेण्डर अनुसार 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के मार्गदर्शन में बाल संप्रेक्षण गृृह राजनांदगांव में पर्यावरण दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीआर देवांगन, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ओम प्रकाश साहू, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एचके रात्रे, अधिवक्ता राजेश कुमार चंदेल, डिप्टी चीफ लीगल एड डिफेंस कौंसिल प्रवीण मल्ल द्वारा बाल संप्रेक्षण गृह राजनांदगांव के प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया।
प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीआर देवांगन ने अपने उद्बोधन में बाल संप्रेक्षण गृह में निवासरत बालकों को बताया कि वर्तमान में पर्यावरण का संरक्षण सबसे संवेदनशील मुद्दा हैं। वृक्षारोपण से हमारा पर्यावरण संतुलित एवं स्वच्छ रहता है। वर्तमान समय में गर्मी का सामना करना पढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण विकास कार्य हेतु वृक्षों की कटाई प्रमुख रूप से कारण है तथा पर्यावरण संतुलित किए जाने हेतु वृक्षारोपण आवश्यक है। साथ ही हमें केवल पौधरोपण तक सीमित ना रहते हुए पौधों के रख-रखाव की व्यवस्था की ओर भी ध्यान देना होगा, ताकि आज रोपे गये पौधे कल वृक्ष का रूप ले सकें। मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट ओम प्रकाश साहू ने कहा कि जमीन, हवा और पानी तीनों हमारे लिए आवश्यक है। यह तीनों चीजे हमें पर्यावरण से मुफ्त प्राप्त होते है। हवा हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है। जिसके लिए हमें पौधरोपण करना भी उतना ही आवश्यक है, यदि पौधों का संरक्षण नहीं किया गया तो जीवन जीना मुश्किल हो जायेगा। पौधों से ऑक्सीजन प्राप्त होती है, जो कि हमारे जीवन के लिए आवश्यक है। इसलिए पौधों का रोपण और उनकी देखरेख भी आवश्यक है।
अधिवक्ता राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि जिस प्रकार जीवन के लिए हवा, पानी की आवश्यकता है, ठीक उसी प्रकार वातावरण में संतुलन के लिए वृक्षों की आवश्यकता है। वर्तमान समय में जीतना वृक्ष लगाये कम है, इसलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी को समझे और हर अवसर पर पौधरोपण करें। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के एनएस रावटे, अधीक्षक शासकीय बालक संप्रेक्षण गृह प्रीतराम खुटेल, जिला एकीकृत बाल सरंक्षण अधिकारी चन्द्रकिशोर लाडे, परिवीक्षा अधिकारी शासकीय बालक संप्रेक्षण गृह सरजू कोहली उपस्थित रहें। कार्यक्रम में पैरालीगल वालिंटियर्स श्रीमती अनुज्ञा मिश्रा, श्रीमती शालिनी यादव, हेमन कुमार जमुरिया, अहमद कुरैशी, प्रशांत बारसे भी उपस्थित रहें।