राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति, रायपुर के सहयोग से जनकल्याण सामाजिक संस्थान, राजनांदगांव द्वारा संचालित लिंक वर्कर स्कीम परियोजना के तहत आज सीएमओ कार्यालय में एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एचआईवी संक्रमितों के साथ हो रहे कलंक और भेदभाव को खत्म करना, उन्हें एआरटी (एंटी रेट्रोवाइरल थेरापी) सेंटर से जोड़ना और सोशल प्रोटेक्शन योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी देना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिला नोडल अधिकारी डॉ. अल्पना लुनिया उपस्थित थीं। उन्होंने एचआईवी से संबंधित समाज में व्याप्त भेदभाव और कलंक पर चर्चा करते हुए बताया कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति भी सामान्य जीवन जी सकते हैं और इसके लिए शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। डॉण् लुनिया ने सभी को नजदीकी आईसीटीसी सेंटर से संपर्क करने और एआरटी सेंटर की सेवाओं का लाभ उठाने की अपील की।
कार्यक्रम में दिशा कार्यक्रम के स्टाफ डॉ. दीपक सरकार ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि डीआरपी जितेंद्र कुमार जंघेल ने लिंक वर्कर स्कीम परियोजना की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस जागरूकता कार्यक्रम में 60 से अधिक एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति, लिंक वर्कर स्टाफ, आईसीटीसी, एआरटी और एसटीआई सेंटर के कर्मचारी शामिल हुए। सभी ने कार्यक्रम की सराहना की और इसके माध्यम से समाज में एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर यह भी बताया गया कि एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों को समाज में समान अधिकार मिलना चाहिए और वे भी अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए सरकारी योजनाओं का सही तरीके से लाभ उठा सकते हैं।










