राजनांदगांव। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राजनांदगांव नगर की ओर से भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं जनजातीय गौरव दिवस पर रविवार को विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पेंटिंग प्रतियोगिता, संगोष्ठी और जनजातीय समाज के इतिहास-संबंधित चर्चाओं से सजे इस कार्यक्रम ने छात्रों में नई ऊर्जा का संचार किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक जितेंद्र शर्मा उपस्थित थे, जबकि शहीद पूर्णानंद साहू के पिता लक्ष्मण साहू ने विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।
पेंटिंग प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। छात्रों ने अपने चित्रों में बिरसा मुंडा के संघर्ष, जल-जंगल-ृजमीन आंदोलन और उनके स्वाभिमानपूर्ण व्यक्तित्व को सजीव रूप में उकेरा, जिसकी सभी ने सराहना की।
मुख्य अतिथि जितेंद्र शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान बिरसा मुंडा केवल आदिवासी समाज के नायक नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र के स्वाभिमान के प्रतीक हैं। उन्होंने अंग्रेजी शासन के खिलाफ जो चेतना जगाई, वह आज भी प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने युवाओं से समाज और राष्ट्र की जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया।
नगर मंत्री अक्षत श्रीवास्तव ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस इतिहास की उन गाथाओं को याद करने का अवसर है, जिन्होंने भारत की अस्मिता को सुरक्षित रखने के लिए अदम्य साहस दिखाया। उन्होंने बताया कि अभाविप निरंतर छात्रहित, समाजहित और राष्ट्रहित के लिए कार्यरत है।
कार्यक्रम में अभाविप की प्रांत साविष्कार सहप्रमुख चन्दना श्रीवास्तव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धनंजय पांडेय, जिला संयोजक जीत प्रजापति, नगर सहमंत्री निकिता श्रीरंगें, प्रतीक गढ़वाल, भूपेंद्र पाल, नगर महाविद्यालय प्रमुख जीत शर्मा सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम के सुचारू संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई।
अंत में पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। कार्यक्रम ने छात्रों में जनजातीय संस्कृति, इतिहास और राष्ट्रप्रेम के प्रति नई जागरूकता जगाई।










