बिना अनुमति सरकारी स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम, स्कूल का नाम भी भ्रामक

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राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ पैरेट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने चौंकाने वाली जानकारी सार्वजनिक किया है कि शहर में संचालित दो सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बिना अनुमति सीबीएसई पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है और बच्चों को जो रिजल्ट दिया जा रहा है, उसमें भी स्कूल के नाम में भिन्नता है, जिसको लेकर पालक भ्रम की स्थिति में है।
श्री पॉल ने धनीराम देवांगन विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को लिखित जानकारी दिया है कि बीईओ द्वारा शहर में इग्नाईट योजना के अंतर्गत दो सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित किया जा रहा है, जो गंजपारा और स्टेट स्कूल में संचालित हो रहा है, जिसमें कक्षा पहली से लेकर कक्षा आठवीं तक सीबीएसई पाठ्यक्रम से अध्यापन कराया जा रहा है, जिसके लिए सीबीएसई से कोई विधिवत् अनुमति नहीं लिया गया है, यानि बिना अनुमति इन दोनों सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में वर्ष 2018 से सीबीएसई पाठ्यक्रम संचालित हो रहे है, जबकि सीबीएसई ने वर्ष 2020 में यह निर्देश दिया है कि बिना अनुमति कोई भी स्कूल सीबीएसई पाठ्यक्रम का संचालन नहीं कर सकता है। बावजूद इसके शहर में दो सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में सीबीएसई पाठ्यक्रम संचालित हो रहे है।
श्री पॉल ने बताया कि जब बच्चा कक्षा नवमीं में प्रवेश लेता है तो उसे सीजी बोर्ड के पाठ्यक्रम से पढ़ाया जाता है, यानि बच्चा कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक सीबीएसई पाठ्यक्रम पढ़ता है और कक्षा नवमीं से लेकर बारहवीं सीजी बोर्ड के पाठ्यक्रम से पढ़ाई करता है।
श्री पॉल ने यह भी आरोप लगाया है कि गंजपारा स्कूल में कक्षा चौथी के बच्चों के रिजल्ट में स्कूल का नाम कुछ और अंकित है और कक्षा पांचवी के रिजल्ट में स्कूल का कुछ और नाम अंकित है, इस प्रकार पालक भ्रम की स्थिति में है कि उनके बच्चे जिस स्कूल में पढ़ रहे है उस स्कूल का वास्ताविक नाम क्या है। यूडाईस में इस स्कूल को हिन्दीं माध्यम में संचालित करने की अनुमति दी गई है, लेकिन स्कूल अंग्रेजी माध्यम में संचालित हो रहा है।
श्री पॉल ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूल में संचालित पाठ्यक्रम और स्कूल का वास्ताविक नाम को सार्वजनिक करने की मांग की गई है, क्योंकि पालक भ्रमित हो रहे है और उनके बच्चों के जीवन व भविष्य के साथ यह खिलवाड़ है।