राजनांदगांव। बाल दिवस के अवसर पर राजनांदगांव में एक यादगार आयोजन हुआ, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली हॉकी स्टिक भेंट की। इस पहल ने बच्चों में खेल के प्रति उत्साह और उमंग का संचार किया।
डॉ. रमन सिंह ने हॉकी स्टिक का वितरण करते हुए बच्चों को मिठाई खिलाई और भोजन करवाया। कार्यक्रम को और भी खास बनाने के लिए उन्होंने रुद्राक्षम् वेलफेयर सोसाइटी की आधिकारिक प्लेयर जर्सी का भी अनावरण किया। इस ऑरेंज रंग की जर्सी को साहस, शक्ति, शांति और सद्भाव का प्रतीक माना जा रहा है। जर्सी और स्पोर्ट्स सॉक्स का वितरण चिखली स्कूल मैदान में अभ्यास कर रहे बच्चों को निःशुल्क किया जाएगा।
राजनांदगांव के बच्चों ने इस दिन को और भी खास बना लिया, जब उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर स्पीकर हाउस का भ्रमण किया और उनके साथ समय बिताया। इस दौरान बच्चों के चेहरे पर उल्लास और रोमांच साफ देखा गया। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की उपस्थिति ने कार्यक्रम में और भी नयापन और गरिमा का संचार किया।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और एनआईएस गोल्ड मेडलिस्ट कोच मृणाल चौबे ने बच्चों को निःशुल्क हॉकी प्रशिक्षण देने की जानकारी दी। यह प्रशिक्षण राजनांदगांव के पटरी पार क्षेत्र स्थित चिखली स्कूल मैदान में प्रतिदिन सुबह 5 बजे से आयोजित किया जा रहा है। रुद्राक्षम् वेलफेयर सोसाइटी की पहल पर श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र के सैकड़ों बच्चे खेल, शिक्षा, अनुशासन और स्वास्थ्य के महत्व को समझते हुए अपने सर्वांगीण विकास की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।
मृणाल चौबे ने इस आयोजन को लेकर कहा, डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव में खेलों के क्षेत्र में एक मजबूत आधार तैयार किया है। उन्होंने बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली खेल सामग्री मुहैया करवा कर उनका उत्साह बढ़ाया है।
जर्सी और सॉक्स वितरण की जानकारी देते हुए समाजसेवी सुनील साहू ने कहा कि, चिखली स्कूल मैदान में अभ्यासरत बच्चों को निःशुल्क जर्सी और सॉक्स दिए जाएंगे। मृणाल चौबे के मार्गदर्शन में यहां के खिलाड़ी अपनी मेहनत से खेलो इंडिया और भारतीय खेल प्राधिकरण जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में अपनी जगह बना रहे हैं।
कार्यक्रम में रुद्राक्षम् वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष विष्णु नन्द चौबे, वरिष्ठ हॉकी खिलाड़ी पप्पू यादव और पंकज भी उपस्थित रहे।
इस पहल ने बच्चों में खेल के प्रति न सिर्फ प्रेम पैदा किया, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि खेल के मैदान में उनकी मेहनत और सपना कभी विफल नहीं जाएगा।










