फ्लोर टेस्ट की अनुमति नहीं मिलने से भड़के छुरिया के पार्षद

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राजनांदगांव। छुरिया नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ 11 पार्षदों द्वारा मोर्चा खोल लिए जाने उपरांत अविश्वास प्रस्ताव हेतु फ्लोर टेस्ट के लिए कलेक्टर से अनुमति नहीं मिलने से लगभग दर्जन भर पार्षद भड़के हुए है और प्रशासन पर आरोप लगा रहे है कि नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी सिन्हा की कुर्सी बचाने के लिए उन्हें भरपूर समय दिया जा रहा है। बता दे कि अध्यक्ष ने नगर पंचायत उपाध्यक्ष पर झूठा इल्जाम लगा कर पुलिसिया कार्रवाई करवा दी थी। पार्षदों का खुला आरोप है कि जिले के एक बड़े कांग्रेस नेता प्रशासन के बल पर यह पूरा खेल करवा रहा है। पार्षदों द्वारा यहां तक कहा जा रहा है कि चूंकि प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता है इसलिए कांग्रेस बहुमत वाली छुरिया नगर पंचायत की सत्ता को बचाने के लिए प्रशासन द्वारा भरपूर प्रयास किया जा रहा है। जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष की तानाशाही रवैय्ये भ्रष्टाचारित व जबरदस्ती किसी को फंसा देने की चाल से परेशान कांग्रेस के ही पार्षद उनके खिलाफ जाकर उन्हें नगर पंचायत की गद्दी से उतारने का मन बना लिए है। वे सभी 18 अप्रैल को एकजुट होकर कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव हेतु आवेदन प्रस्तुत की है, किन्तु कलेक्टर डोमन सिंह द्वारा सभी पार्षदों का बयान दर्ज किए जाने व सभी का हस्ताक्षर मिलान किए जाने उपरांत आज तक फ्लोर टेस्ट की अनुमति नहीं दिया गया है। इससे रोष जाहिर करते हुए 11 पार्षदों ने कोर्ट तक जाने का निर्णय ले लिया है।
कलेक्टर डोमन सिंह द्वारा बागी पार्षदों को नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर बिफरे पार्षदों ने आज गुरूवार को एक प्रेसवार्ता की और बताया कि कलेक्टर द्वारा नगर पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बचाने के लिए उन्हें दिए जा रहे भरपूर समय का फायदा श्रीमती सिन्हा उठा रही है और पार्षदों के खरीद-फरोख्त के द्वार खोल दिए है तथा अपने आदमियों को भेजकर पार्षदों को 5 लाख रूपये देने उनके सगे संबंधियों को नौकरी में लगा देने के लालच सहित धमकी देने में भी कोई परहेज नहीं किया जा रहा। इससे बागी पार्षद डरे.सहमे हुए है।
प्रेस वार्ता में उपस्थित छुरिया नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज यादव, वरिष्ठ कांग्रेस पार्षद राधेश्याम ठाकुर, भूषण नेताम, श्रीमती सीमा सिन्हा, योगेश्वर पटेल, रमेश कश्यप, सलमान खान, द्रोपदी उइके आदि ने बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष ने उपाध्यक्ष मनोज यादव पर सट्टा खाईवाल होने का आरोप लगा कर पुलिस से उठवा लिया गया था। पार्षदों ने कहा कि यदि मनोज यादव सट्टा खाईवाल है तो कांग्रेस पार्टी ने उसे नगर पंचायत छुरिया से पार्षद का टिकट कैसे दिया? स्वयं नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सिन्हा ने मतदान कर मनोज यादव को उपाध्यक्ष बनने में सहयोग क्यों किया? इसका मतलब यह है कि वे पार्षदों को पुलिस का भय दिखाकर डराना चमकाना चाहती है।
सभी 11 पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा स्वयं भ्रष्टाचार में लिप्त है, जिसकी शिकायत शासन-प्रशासन व जिला कांग्रेस संगठन से की जा चुकी है। कांग्रेस की सत्ता होने की वजह से उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। वार्ड नंबर 3 के पार्षद सलमान खान ने बताया कि नमाज के दिन उनके पास मस्जिद में अध्यक्ष के आदमी आकर 5 लाख रूपये का प्रलोभन दिया व कहा कि एक बार उन्हें बचा लो। वार्ड नंबर 15 के पार्षद द्रोपदी उइके ने भी इसी तरह की बात बताई। वार्ड नंबर 4 की पार्षद सीमा सिन्हा ने बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष स्वयं उसके पास आकर उसके लड़के को शिक्षक की नौकरी लगवा देने का लालच दिया व उसे एक बार बचा लेने की बात कही। ऐसे अध्यक्ष को एक पल भी कुर्सी पर नहीं रहना चाहिएए कलेक्टर साहब इसकी तत्काल इजाजत दे।