राजनांदगांव शुभम उपाध्याय 9827297020
पर्यावरण प्रदुषण का प्रमुख कारक प्लास्टिकप्लास्टिक पर निर्भरता मानव जीवन के मृत्यु का कारण

राजनांदगांव – स्वदेशी जागरण मंच द्वारा पूर्व विश्राम गृह के सभागार में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय थीम प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करने पर विचार गोष्ठी शहर के बुद्धिजीवियों एवं प्रबुद्ध जनों की गरिमा में उपस्थित में संपन्न हुआ
जिला संयोजक राजकुमार शर्मा ने उक्त परिचर्चा को पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताते हुए उपस्थित जनों का स्वागत किया कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पर्यावरण विद् डॉ ओंकार लाल श्रीवास्तव ने विश्व पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए इस वर्ष के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहां कि प्लास्टिक से मानव जीवन पर गहरा संकट उत्पन्न हुआ है प्लास्टिक का उपयोग बहुत बड़े रूप में मानव समाज कर रहा है जिससे पर्यावरण असंतुलित हुआ है
हमें पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है और प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए इस अवसर पर प्रोफेसर के के द्विवेदी ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष 42 लाख लोगों की मृत्यु प्लास्टिक के दुष्परिणामों के कारण होती है प्लास्टिक पर्यावरण के लिए घातक बन चुका है मानव जीवन में प्लास्टिक आधुनिकीकरण के दौर में इस तरह समाविष्ट हुआ है की जिससे निजात पाना एक बड़ी चुनौती है नांदगांव टाइम्स के संपादक अशोक पांडे ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार एक और प्लास्टिक को प्रतिबंधित करती है और जुर्माना वसूल करती है वहीं दूसरी ओर सरकार प्लास्टिक निर्माण के लिए कारखनो को अनुमति भी देती है
इस प्रकार शासन का दोहरा चरित्र पर्यावरण के लिए घातक बन चूका है सरकार को पूर्ण रूप से प्लास्टिक को पर्यावरण व जनमानस के हित में प्रतिबंधित कर देना चाहिए आयकर अधिवक्ता एजाज सिद्दीकी ने कहा कि केरल के एक अनुसंधान केंद्र से यह बात सामने आई है कि प्लास्टिक बोतल के पानी से कैंसर जैसी घातक बीमारी होने की प्रबल संभावना बनी रहती है हमें सुरक्षित रखने के लिए हमें विकल्पों की तलाश करनी चाहिए व्यंग्यकर एवं आलोचक गिरीश ठक्कर ने प्लास्टिक डिब्बा बंद खाद्य सामग्री में प्रयुक्त होने वाले नाइट्रोजन गैस एवं प्लास्टिक के प्रभाव को जनजीवन के लिए घातक बताया और प्लास्टिक को लेकर सरकार छदम रूप से जनता के साथ छल कर रही है ।
राष्ट्रीय सदस्य अमलेंदु हाजरा ने कहा कि मनुष्य अपने आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पर्यावरण को गंभीर क्षति पहुंचा है विश्व की बढ़ती जनसंख्या उपभोक्तावाद पूंजीवाद और आतंकवाद प्रकृति के सबसे बड़े विनाश के कारण है हमें प्रतिदिन पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कुछ न कुछ सकारात्मक कार्य अवश्य करना चाहिए । इस अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे पर्यावरण विद डॉक्टर ओंकार लाल श्रीवास्तव एवं सौरभ खंडेलवाल को सम्मानित भी किया गया और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की गई युवा इंजीनियर व अधिवक्ता सौरभ शुक्ला ने बिजली के निर्माण पर होने वाले पानी के अपव्यय एवं विद्युत के दुरुपयोग को भी पर्यावरण के लिए घातक बताया
प्रदीप शर्मा ने पर्यावरण संतुलन के लिए लोगों को जागरूक होकर संरक्षण हेतु कार्य के लिए सुझाव भी दिए कार्यक्रम का सफल संचालन राकेश इंदु भूषण ठाकुर द्वारा किया गया साथ ही उनके द्वारा पर्यावरण संबंधी रचित कविताओं का पठन भी किया गया शैलेंद्र तिवारी ने उपस्थित जनों का स्वदेशी मंच की ओर से आभार व्यक्त किया इस अवसर पर श्रीमती गीता शुक्ला श्रीमती लक्ष्मी तिवारी अजय कोटडिया भारत मांडवी अशोक साहू निखिल मंगवानी लुमन साहू जीवन देवांगन उपस्थित रहे उक्त जानकारी राजकुमार शर्मा स्वदेशी जागरण मंच द्वारा दी गई मो 9829284535, 7000392342