राजनांदगांव। 9 फरवरी 2024 के रात्रि 2.30 बजे संदिग्ध वाहन का पीछा करते हुए हाईवे पेट्रोलिंग के चालक की सूचना पर संदिग्ध वाहन को एमसीपी लगाकर रोकने की कोशिश करते हए थाना बागनदी के पुलिस आरक्षक शिवचरण मंडावी को संदिग्ध वाहन का चालक अपने पिकअप वाहन को तेज रफ्तार से चलाते हुए जान-बुझकर कुचलकर जान से मारने की नीयत से आरक्षक शिवचरण मंडावी के ऊपर वाहन चढ़ाकर घसीटते हुए देवरी महाराष्ट्र की ओर फरार हो गया। आरक्षक शिवचरण मंडावी को गंभीर चोट आने पर ईलाज के लिए देवरी अस्पताल लेकर गये, जहां ईलाज के दौरान आरक्षक का मौत हो गया। जिस पर थाना बागनदी में अपराध क्रमांक 13/2024 भादंवि की धारा 307, 302, 34, 120 बी, छग पशु परि. अधि. धारा 4, 6, 10 का अपराध पंजीबद्ध किया गया था। अलग-अलग स्थान से 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। मामले में आरोपी घटना दिनांक से फरार था, जो अपनी निगरानी में ही डोंगरगढ़ क्षेत्र के आसपास गांव के कोचियों से पशु तस्करों को पशु उपलब्ध कराने का काम करता था। आरोपी द्वारा पशुओं से भरे पिकअप को घटना दिनांक डोंगरगढ़ से चिचोला तक पार कराना बताया। पशु तस्करी के आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार टीम छापा मार रही थी, जो मुखबिर सूचना पर आरोपी को डोंगरगढ़ से पकड़े। आरोपी द्वारा घटना में शामिल होना स्वीकार किया है। आरोपी अजय उर्फ मनीष अंबादे पिता स्व. सुखदास अंबादे, उम्र 27 वर्ष, साकिन कालकापारा, वार्ड क्रमांक-9, थाना डोंगरगढ़, जिला राजनांदगांव को दिनांक 14 फरवरी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के पेश किया गया। उक्त कार्रवाई में साइबर सेल राजनांदगांव, थाना डोंगरगढ़ एवं थाना बागनदी स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
