गुरुपूर्णिमा पर शक्तिधाम में भक्ति और सेवा का संगम, गुरुदेव हरीश यादव बोले-दिन दुखियों की सेवा ही सच्ची आराधना

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राजनांदगांव। शहर के बाबुटोला स्थित शक्तिधाम महाकाली मंदिर में बुधवार को गुरु-शिष्य परंपरा के प्रतीक पर्व गुरुपूर्णिमा का आयोजन बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ किया गया। गुरुदेव हरीश यादव के सानिध्य में हुए इस आयोजन में गुरु पूजन से लेकर भजन-कीर्तन, सफाई अभियान, लेखनी सामग्री वितरण और वृक्षारोपण जैसे विविध कार्यक्रम शामिल रहे।
प्रातः 8.30 बजे मां काली एवं अघोरेश्वर बाबा की पूजा-अर्चना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद गुरुपादुका पूजन और दोपहर 2 बजे तक गुरु पूजन दर्शन का मुख्य आयोजन हुआ, जिसमें दूर-दराज से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं और शिष्यों ने भाग लिया। इसी दौरान गुरुदेव हरीश यादव ने शिष्यों को गुरु दीक्षा भी प्रदान की।
गुरुपूर्णिमा के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी संदेश दिया गया। गुरुदेव यादव ने अपने करकमलों से वृक्षारोपण कर सभी को हरियाली और प्रकृति से जुड़ने का संकल्प दिलाया। इसके पश्चात वे बाबुटोला शासकीय स्कूल पहुँचे, जहां उन्होंने विद्यार्थियों को लेखनी सामग्री वितरित की और गुरु की महत्ता पर प्रेरणादायक संदेश दिया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में श्रमदान व स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया, जिसमें शिष्यों ने सामूहिक रूप से सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। इसके बाद वरिष्ठ शिष्यों द्वारा नवागंतुक सदस्यों के लिए उद्बोधन कार्यक्रम हुआ, जहां अनुभवों और सेवा कार्यों को साझा किया गया।
शाम 4 बजे गुरुदेव के आशीर्वचन का आयोजन हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा-अगर हमें दुःखियों की पीड़ा नहीं दिखती तो देवी-देवताओं की कृपा की कल्पना भी व्यर्थ है। मानव सेवा ही सच्ची माधव सेवा है। दिन-दुखियों की सेवा ही हमारे जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने सभी शिष्यों को जनसेवा में तत्पर रहने और सदकर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम का समापन भजन-कीर्तन और प्रसादी वितरण के साथ हुआ। भक्तगण भजन में मग्न होकर भक्ति रस में डूबे रहे। पूरे दिन श्रद्धा, सेवा और आध्यात्मिक चेतना से ओत-प्रोत इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और गुरु-भक्ति की भावना से ओत-प्रोत वातावरण का अनुभव लिया।