राजनांदगांव। सरकार समर्थन मूल्य में धान खरीदी सहकारी समितियों के माध्यम से करती है, वर्तमान में सहकारी समितियों द्वारा अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जा रहा है। कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से धान खरीदी का कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। जिसका खामियाजा धान बेचने आए अन्नदाताओं को भुगतना पड़ रहा है। जबकि हड़ताल में जाने से पहले ही सहकारी समिति के कर्मचारी संघ ने सरकार को अवगत करा दिया था पर उनकी मांगों और समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई सार्थक पहल अब तक नहीं की गई। उलटा उन समितियों के कर्मचारियों पर शासन का डंडा चल रहा है। जबकि 09.11.2021 को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय द्वारा कांग्रेस सरकार को पत्र लिखकर और डॉ. रमन सिंह के साथ कर्मचारियों के मंच में आकर सहकारी कर्मचारी संघ के पांच सूत्रीय मांगों का समर्थन देते हुए कांग्रेस सरकार को कोसा था और आज उन्हीं सोसायटी प्रबंधक और सहकारी समिति के सदस्यों को बर्खास्त कर रहे हैं डंडे चला रहे हैं। ये डॉ रमन सिंह और विष्णुदेव साय की कार्यप्रणाली है। भाजपा के इस गहरे षड्यंत्र के कारण धान खरीदी पूरी तरह से प्रभावित हो रही है, जिसको लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों द्वारा 18 नवंबर को राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर त्वरित कार्यवाही करने की मांग की है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने सौंप ज्ञापन में कहा कि सहकारी समितियों के सदस्य अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है जिसके कारण धान खरीदी केन्द्र की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। किसानों को अपनी कृषि उपज बेचने के लिए भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। शासन किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं है, किसान कड़ी मेहनत व परिश्रम कर फसल उगाते हैं, लेकिन सरकार की अव्यवस्था के कारण उन्हें अपनी उपज बेचने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। अब तो लगता है कि शासन की घोषणाएं केवल कागजों तक सीमित कर रह गई है, जबकि विधानसभा अध्यक्ष डाण्रमन सिंह पूर्व में इन सहकारी समिति के हड़ताल में अपना समर्थन देते हुए कहा था कि कर्मचारियों की मांग जायज है और सरकार को तत्काल पूरा करना चाहिए, किन्तु आज जब उनकी सरकार है तो वे उन कर्मचारियों को प्रताड़ित कर बर्खास्त किया जा रहा है, उन पर दमनकारी नीतियों के चलते डंडा चलाया जा रहा है।
श्री छाबड़ा ने आगे कहा कि जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय कोरोनाकाल में समय नहीं मिल पाया, जबकि कांग्रेस सरकार ने इन कर्मचारियों की मांग पर विचाराधीन थी। 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो चुकी है पर धान खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था के चलते अन्नदाता अपनी फसल नहीं बेच पा रहे है भाजपा व डॉ रमन सिंह षड्यंत्रकारी नीतियों अपनाकर किसानों का धान नहीं खरीदना चाहती और कर्मचारियों पर दमनकारी डंडा चलाया जा रहा है। इस षडयंपूर्वक राजनीति करते हुए डॉ रमन सिंह और विष्णुदेव साय इस विषय को अंजाम दे रहे है जब कांग्रेस की सरकार रही थी तो समितियों के लोगों को जाकर उद्देलित किया और स्वयं की सरकार आने पर उन्हीं समितियों के लोग के खिलाफ कार्यवाही कर रहे है वास्तविकता 3100 रूपए मि्ंटल में भाजपा सरकार धान खरीदी नहीं करना चाह रही है इस कारण समितियों के सभी लोग और किसान डॉ रमन और विष्णुदेव की राजनीति के कारण आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से तकलीफ में है। कांग्रेस राज्यपाल महोदय से मांग करती है कि इन सहकारी समितियों की मांगों पर विचार करते हुए उनकी समस्याओं के निदान कराएं व प्रदेश के अन्नदाताओं की उपज का समर्थन मूल्य में धान खरीदी पूरी कराएं।
इस दौरान प्रमुख रूप से संभागीय प्रवक्ता कमलजीत सिंह पिन्टू, शहर उपाध्यक्ष विकास त्रिपाठी, मोहम्मद यहया, महामंत्री झम्मन देवांगन, अमित चंद्रवंशी, वरिष्ठ पार्षद हफीज खान, शकील रिजवी, सुरेन्द्र देवांगन, राजा यादव, किसान नेता उमेश साहू, रूपेश साहू, सुरेन्द्र गजभिए, मोहर्रम अली, निलेश ठावरे, जितेन्द्र सिन्हा, शौर्य वैष्णव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।










