सोमनी में अतिक्रमण की बाढ़, पंचायत खामोश, डबरी व तालाब किनारे बेजा कब्जा कर हो रहे पक्के निर्माण

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राजनांदगांव। ग्राम सोमनी में इन दिनों अतिक्रमण की शिकायत बढ़ गई है। लोग खाली जगह देख पक्के निर्माण कर रहे हैं। गांव में अतिक्रमण के बढ़ते मामले में ग्राम पंचायत की खामोश कई तरह के सवालों को जन्म दे रही है। खबर है कि पंचायत में मौखिक रूप से शिकायत करने के बाद भी अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस कारण गांव के सरपंच व अन्य प्रतिनिधियों पर बेजा कब्जा करने वालों से मिलीभगत का आरोप तक लग रहा है। बताया गया कि गांव में आवास पारा डबरी के किनारे कई लोगों ने झोपड़ी बनाकर कब्जा कर लिया है। वहीं कुछ लोग पंचायत की खामोशी के कारण बेखौफ होकर पक्के मकान का भी निर्माण करा रहे हैं। इसके बाद भी पंचायत द्वारा किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा ही है।
गांव के बाजार चौक में भी कब्जा कर लोगों ने दुकानें बना ली है। पंचायत के व्यवसायिक परिसर के पास भी धड़ाधड़ दुकान का निर्माण करा लिया गया है। इसके बाद भी पंचायत में सरपंच व अन्य प्रतिनिधि मूकदर्शक बने हुए हैं। आरोप तो यह भी है कि पंचायत प्रतिनिधि लेन-देन कर बेजा कब्जा करने वालों को अतिक्रमण की छूट दे रहे हैं। जिसके कारण कई व्यवसायिक परिसर को तोड़फोड़ कर दुकानदारों ने अपने हिसाब से निर्माा करा लिया है। इस मामले में भी लेन.देन का आरोप है।
गांव के तालाब किनारे भी कई लोगों ने गड्ढों का पटाव कराकर पक्का मकान निर्माण करा लिया है। यह पूरी तरह अवैध है। यानी लोगों ने अतिक्रमण कर शासकीय जमीन पर मकान बना लिया है। बावजूद गांव के सरपंच व सचिव द्वारा किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। जिसके कारण एक-दूसरे को देखकर गांव के कई लोग शासकीय जमीन को घेरकर झोपड़ी व मकान निर्माण करा रहे हैं।
इस संबंध में एसडीएम अतुल विश्वकर्मा का कहना है कि सोमनी में अतिक्रमण की एक शिकायत आयी है, जिसकी जांच कराकर स्टे लगाया गया है। शासकीय भूमि में और भी कब्जा कर मकान व अन्य निर्माण किया जा रहा है, तो पटवारी से जानकारी लेकर जांच कराएंगे।