राजपूत समाज में भाजपा के खिलाफ आक्रोश, जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक-7 से अरुणा सिंह ने फूंका बगावत का बिगुल

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राजनांदगांव। पंचायत चुनाव में भाजपा की राह आसान नहीं है। राजपूत समाज के किसी भी प्रत्याशी को टिकट नहीं देने से नाराजगी फैल रही है। यही कारण है कि अब खैरागढ़ जहां राजपूत समाज का गढ़ माना जाता है, वहां से ही भाजपा की कार्यकर्ता रही अरुणा सिंह ने पार्टी के खिलाफ बगावत का बिगुल फंूक कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर चुकी हैं।
बता दें कि राजपूत समाज ने आसन्न नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में भाजपा से अलग-अलग क्षेत्रों से टिकट की मांग की थी, लेकिन अनारक्षित टिकटों पर भी ओबीसी प्रत्याशियों को टिकट देकर पार्टी ने अनारक्षित वर्ग के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ सीधे तौर पर उपेक्षा की है, इसका परिणाम भविष्य में क्या होगा? यह तो आने वाला समय तय करेगा। लेकिन, वर्तमान में अब अनारक्षित वर्ग के लोगों का भाजपा से मोह भंग होने लग गया है। इसका ताजा उदाहरण जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक-7 में देखने को मिल रहा है, जहां भाजपा से लंबे समय से जुड़ी अरूणा बनाकर ने पार्टी से टिकट की मांग की थी, लेकिन उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दी। अंततः वह निर्दलीय चुनाव मैदान में आ चुकी हैं। श्रीमती अरुणा राजू सिंह ने बताया कि अनारक्षित वर्ग के लोगों की उपेक्षा और लंबे समय से भाजपा को समर्थन दे रहे राजपूत समाज के किसी भी प्रत्याशी को टिकट नहीं देने से वे काफी नाराज हैं और अब उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। वे अपने चुनाव प्रचार में लग चुकी हैं और लगातार लोगों से जनसंपर्क कर रही हैं।
करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष कुशल सिंह राजपूत ने कहा है कि राजपूत समाज के लोग लंबे समय से भाजपा को समर्थन देते आ रहे हैं। बावजूद इसके अनारक्षित वर्गों में समाज के लोगों को टिकट नहीं मिलना एक तरीके से पार्टी की उपेक्षा भरी कार्यप्रणाली को दिखा रहा है। जल्द ही अनारक्षित वर्ग तक यह आवाज पहुंचाई जाएगी और आने वाले समय में समाज के लोगों को एकजुट कर बड़ा फैसला लिया जाएगा।