राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की सचिव एवं खैरागढ़ विधानसभा महिला कांग्रेस प्रभारी श्रीमती कुसुम रूपेश दुबे ने भाजपा एवं छत्तीसगढ़ सरकार पर आचार संहिता का उल्लंघन संबंधी शिकायत निर्वाचन आयोग के समक्ष की है।
श्रीमती दुबे ने भाजपा को घेरते हुए कही कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद कांग्रेस द्वारा छग में लागू की गई जनहितकारी योजनाओं को बंद करने का जो घिनौना खेल भाजपा खेल रही है, वहीं अपनी खुद की योजनाओं के साथ ही साथ निर्णय के क्रियान्वयन पर असफल प्रमाणित हो गई है, क्योंकि विधानसभा चुनाव में हर विवाहित महिला को महतारी वंदन योजना का लाभ देने के नाम पर वोट लेने वाली भाजपा इस योजना को लागू करने में पूरी तरह से असफल रही और महिलाओं को केंद्र द्वारा उज्ज्वला योजना के बाद राज्य में महतारी वंदन योजना के नाम पर धोखा देने वाली डबल इंजन की सरकार साबित हो गई है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा नारी न्याय गारंटी की घोषणा के बाद छग की भाजपा और राज्य सरकार में हड़कंप मची हुई है और अपनी हार की सुनिश्चितता को देखते हुए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए आचार संहिता लागू के दौरान महतारी वंदन योजना राशि देने की तिथि में बदलाव सहित अपात्र को पात्र कर आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है।
श्रीमती दुबे ने आगे कही कि महतारी वंदन योजना प्रारंभ से ही महिलाओं के साथ-साथ आंगनबाड़ी की बहनों के लिए परेशानी देने वाली योजना बन गई थी, जहां महिलाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन के चक्कर में फंसी रही, वही दावा आपत्ति के लिए मात्र दो दिन का अल्प समय देकर के दावा आपत्ति निराकरण करने में भी छग सरकार पूरी तरह असफल रही और बहुसंख्यक महिलाएं इस योजना से वंचित हो गई सरकार पात्र अपात्र का चयन भी तय नहीं कर पाई थी। आचार संहिता लगने के पूर्व लगभग एक माह तक सरकार दावा-आपत्ति निराकरण सहित त्रुटि सुधार के मामले में सोए रही और आचार संहिता लगने नामांकन प्रक्रिया प्रथम चरण का समाप्त होने द्वितीय चरण का प्रारंभ होने के बाद अपनी असफलता को छिपाते हुए शासकीय साइड को खोलकर कर महिलाओं का वोट लेने के लिए यह काम कर रही है, जो आचार संहिता का खुला उल्लंघन है, ऐसी स्थिति में मामले का संज्ञान लेकर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की गई है।