राजनांदगांव। छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने डॉ. रमन सिंह के धीरी सहित 24 गांव के पेयजल को राइस मिल द्वारा प्रदूषित किए जाने पर राशन राइस मिल को बंद करने के निर्देश पर कहा कि डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रीत्व व विधायक कार्यकाल में क्षेत्र के 24 गांव के लिए पेयजल उपलब्ध कराने वाली धीरी एनिकट की जो दुर्गति और भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं लांघकर इस योजना को तकनीकी रूप से पूरी तरह से फेल करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों पर भी कार्यवाही करने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए जांच को सार्वजनिक कर भीषण गर्मी में अपने राजधर्म का पालन करें।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता रूपेश दुबे ने कहा कि किस प्रकार से धीरी के नाम पर ईरा में पूरी योजना भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को पार करते हुए भौगोलिक स्थिति और खरखरा और तांदुला से पानी के बहाव को भी नजरअंदाज कर 28 करोड़ 77 लाख की योजना को मेंटनेंस के नाम पर 42 करोड़ से अधिक राशि खर्च कर पीएचई ने मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के 24 गांव की जनता के साथ जिस प्रकार धोखा किया, वह छत्तीसगढ़ सहित भारत की राजनीति में योजना में एक बदनुमा दाग है। योजना में मापदंड के विपरीत पाइपलाइन डालकर दिखावे का काम किया गया है, जिसकी प्रमाणिकता आज भी धरातल में साफ नजर आती है। आधी-अधूरी योजना को हैंडओवर कर निर्माण एजेंसी को उपकृत करने का काम भी किया गया, तब डा. साहब मौन क्यों रहे, क्योंकि अब एक राइस मिल पर कार्यवाही करने का निर्देश देकर जिम्मेदारी से वे बचने का कार्य कर रहे हैं। अतः डॉ. रमन सिंह से निवेदन है कि वे अपने विधानसभा के बहुचर्चित धीरी एनिकट की भ्रष्टाचार, तकनीकी खामियों की रिपोर्ट जो जांच से प्रमाणित भी है, उस पर कार्यवाही करावे क्योंकि डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रीत्व काल में प्रारंभ हुई अमृत मिशन योजना आज भी अपनी बेबसी पर आंसू बहा रही है। साथ ही साथ खरखरा तक बिना जल संसाधन से अनुमति प्राप्त किए करोड़ की पाइपलाइन बिछाने का जो खुला खेल खेला गया, वह भी सीधे तौर पर पेयजल के नाम पर भाजपा की भ्रष्टाचार की गौरवपूर्ण कहानी है, ऐसी स्थिति में डॉ रमन सिंह राइस मिल संचालक पर धीरी जलाशय में प्रदूषित पानी बहाने के लिए अपराध दर्ज की भी कार्यवाही कराकर धीरी एनिकट भ्रष्टाचार पर कार्यवाही करावे।