गायत्री मंदिर में विवाह संस्कार आयोजन की धूम पुरोहितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न किए जा रहे विभिन्न संस्कार
राजनांदगांव / स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ में में इन दिनों वैवाहिक संस्कार संपन्न किए जाने की धूम है। शुभ मुहूर्त में वर- वधुओं द्वारा शक्ति पीठ में पधारे जाने पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विवाह संस्कार संपन्न कराया जा रहा है। इसके अलावा मंदिर में हिंदू धर्म के समस्त सोलह संस्कार भी संपन्न कराए जा रहे हैं।
गायत्री शक्तिपीठ के ट्रस्टी बृजकिशोर सुरजन व सूर्यकांत चितलांग्या ने बताया कि इन दिनों वैवाहिक आयोजन का शुभ मुहूर्त बना हुआ है। हिन्दू धर्म में विवाह संस्कार को सोलह संस्कारों में से एक माना जाता है।
इसलिए गायत्री शक्तिपीठ द्वारा मंदिर में आने वाले नव वर-वधुओं का विवाह संस्कार संपन्न कराने विवाह मंडप से लेकर यज्ञ वेदी व पूजा अर्चना की विशेष व्यवस्था की गई है।
गायत्री शक्तिपीठ का शुभ स्थान व पवित्र वातावरण नव दांपत्य जीवन में प्रवेश करने वाले नव युगल वर- वधुओं का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच परिणयन व यज्ञ कुंड के चारों ओर फेरे लगाकर विवाह संस्कार कराया जाना अतिशय शुभंकर व मंगलमय माना जा रहा है।
इस लिए वैवाहिक आयोजन के घर वाले लोग वेदमाता गायत्री की अजस्त्र अनुदान, अनुकंपा व आशीर्वाद प्राप्ति के लिए मंदिर के पवित्र वातावरण में आकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच वर – वधुओं का विवाह संस्कार संपन्न करा रहे हैं।मंदिर के पुरोहित ओमप्रकाश जी ने बताया कि चूंकि अभी अगहन मास चल रहा है जिसे धन की देवी मां महालक्ष्मी का माह माना जाता है।
इसलिए मंदिर के पुजारियों द्वारा मां महालक्ष्मी की अगहन बृहस्पति व्रत रखने वाली माताएं बहनें की घरों में जाकर वैदिक विधान के बीच पूजन कराने की व्यवस्था की गई। उन्होंने बताया कि मंदिर के पुरोहितों द्वारा सत्यनारायण कथा प्रज्ञा पुराण कथा से लेकर यज्ञोपवीत गर्भाधान संस्कार सहित सनातन धर्म के सभी संस्कार पूजन सामग्रियां के साथ इच्छुक जनों के घरों में जाकर संपन्न कराने की भी व्यवस्था है।
इसके लिए गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक से मोबाइल नंबर 7987614465 में संपर्क कर तय दिन तिथि वाले स्थान सुरक्षित करवा सकते हैं।