कमला कॉलेज में मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर कार्यशाला का आयोजन

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राजनांदगांव। अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर शासकीय कमलादेवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजनांदगांव में मनोवैज्ञानिक परीक्षण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य महाविद्यालय की छात्राओं एवं स्टॉफ में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता विकसित करना था, जिससे कि वे स्वयं अपने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे तथा आवश्यकतानुसार निदान भी प्राप्त कर सके।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आलोक मिश्रा जी ने बताया कि हम सभी को अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए सतर्क रखना चाहिये, लेकिन इसके लिए बहुत अधिक चिंतित होने की आवश्यकता भी नहीं है। अपनी दिनचर्चा सामान्य रखें, स्वयं खुश रहे, दूसरो को खुश रखें, धनात्मक दृष्टिकोण रखे एवं असफलता एवं हानि को सहज रूप से स्वीकार करें। इस प्रकार हम अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते है।
मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बसंत कुमार सोनबेर ने इस अवसर पर बताया कि मनोविज्ञान विभाग प्रतिवर्ष 10 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन करता है। इसी अनुक्रम में आयोजित इस कार्यशाला में महाविद्यालय की छात्राओं एवं स्टॉफ का अवसाद, चिंता एवं तनाव के स्तर का मापन किया गया। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त परीक्षण डीएएसएस का उपयोग किया गया। कार्यशाला में कुल 140 लोगों ने अपना परीक्षण करवाया। परीक्षणोपरांत तुरंत परीक्षार्थियों को उनके परिणाम से अवगत करा दिया गया।
कार्यक्रम की परीक्षण प्रशासन प्रभारी अतिथि प्राध्यापक डॉ. मोना माखीजा ने बताया कि स्नातकोत्तर की छात्राओं को परीक्षण के ऑनलाईन एवं ऑफलाईन प्रशासित करने का प्रशिक्षण पूर्व में ही प्रदान किया जा चुका था। अतः उन्होंने सुव्यवस्थित रूप से परीक्षण का प्रशासन किया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. ओमप्रकाश गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान विश्व परिदृश्य में जो युद्ध के हालात निर्मित हो रहे हैं, इसका सीधा प्रभाव लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। लोगों के चिंता अवसाद एवं तनाव की मात्रा में वृद्धि हो जाती है। मनोविज्ञान के लोग इसे दूर करने की दिशा में अहम भूमिका निर्वाह कर सकते है। कार्यक्रम का संचालन मनोविज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियन डा. ओमप्रकाश शर्मा द्वारा किया गया।