राजनांदगांव। 1 जुलाई को पुराना बस स्टैंड, राजनांदगांव में बदहवाश घुम रही एक महिला की सूचना थाना सिटी कोतवाली को मिली। उक्त महिला को पूछताछ करने पर हिंदी भाषा की जानकारी नहीं होने से कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थी, मानसिक रूप से अस्वस्थ्य लग रही थी, जिसे खाना खिलाया गया। थाना प्रभारी एमन साहू के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया, जिस पर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देशानुसार कुछ देर बाद महिला की स्थिति समान्य होने पर तेलगु भाषा में बात करने वाले तेलुगु भाषी व्यक्ति के द्वारा उससे पूछताछ कराने पर वह अपना नाम ईश्वर अम्मा पति काटमईया, उम्र 55 वर्ष, निवासी ग्राम कंदकुर मंडल, जिला अनंतपुर, आंध्रप्रदेश का होना तथा हैदराबाद में अपने पति के साथ रहना बताई। हैदराबाद में पति एफसीआई गोदाम में मजदूरी करता है। दिनांक 29 जून 2024 को हैदराबाद से अपने घर बच्चों से मिलने अनंतपुर के लिए ट्रेन से निकली थी, जो गलत ट्रेन में चढ़ने के कारण बल्लारशाह में उतर गई थी, वहां किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा इसे दूसरे ट्रेन में चढ़ाया गया था, जो गलती से राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन में उतर कर बस स्टैंड में आकर घुम रही थी। महिला द्वारा बताये गये पते पर गुगल में ग्राम क्षेत्र के मेप में सर्च कर पता करने पर ग्राम सचिवालय कंदकुर, जिला अनंतपुर, आंध्रप्रदेश पता चला, जिसमें वहां के ग्राम प्रमुख का फोन नंबर था। उक्त नंबर पर फोन कर जानकारी लिया गया एवं मारमॉ स्वामी मंदिर व महिला के बेटे बी. हरिकृष्णा का पता कर महिला को उसके बेटे व परिवार वालों से बात कराया गया। महिला के परिजन के आने तक महिला को सखी-1 स्टॉफ सेंटर, राजनांदगांव में सुरक्षित रखवाया गया। 3 जुलाई 2024 को महिला का बेटा बी. हरिकृष्णा राजनांदगांव आया जिसे सुपूर्द कर उसके निवास स्थान ग्राम कंदकुर, जिला अनंतपुर, आंध्रप्रदेश के सकुशल रवाना किया गया। महिला के बेटा बी. हरिकृष्णा को उसकी मां सकुशल मिल जाने से छत्तीसगढ़ पुलिस थाना कोतवाली राजनांदगांव का प्रशंसा कर धन्यवाद दिया गया।