राजनांदगांव। 27 मई 2024 को राजाराम बिसनोई पिता बंसीलाल बिसनोई मारूति पेट्रोल पंप घोरतलाव में मैनेजर जो विगत 11 माह से वहां कार्यरत है, द्वारा रिपोर्ट लिखवाया कि वह पेट्रोल पंप कि खरीदी-बिक्री का पूरा हिसाब रखता है और बिक्री कि रकम को हर सप्ताह भारतीय स्टेट बैंक, राजनांदगांव में जमा करता है। शनिवार एवं रविवार छुट्टी होने के कारण बैंक में जमा नहीं किया था, जिसे दिनांक 27 मई 2024 को सुबह 9.50 बजे नगदी 14 लाख 01 हजार को काले रंग के बैग में भर कर अपनी हीरो मोटर सायकल क्रमांक सीजी 08-एबी 4413 में अकेले जमा करने निकला। जब वह ओवर ब्रिज चिचोला के पास पहुंचा तब एक सफेट रंग कि ब्रेजा कार जिसमें तीन व्यक्ति बैठे थे, लगभग 10.40 बजे पंचोली बायोडीजल पेट्रोल पंप के पास हाईवे में सुनसान जगह पर उसके मोटर सायकल को ब्रेजा कार अड़ाकर कर रोका और चाकू से वार कर उसके पैसे से भरे बैग को छिन लिया और उसके मोटर साईकल को गिराकर तोड दिया। दोनों हाथों पर चाकू से वार कर चोट पहुंचा कर 14 लाख 01 हजार रूपये लूट कर 03 अज्ञात आरोपी भाग गये व भागते समय पेट्रोल पंप मैनेजर की मोटर सायकल की चाबी को भी साथ ले गये। लूट की सूचना सब से पहले पेट्रोल पंप मैनेजर राजाराम द्वारा अपने पेट्रोल पंप के सुपरवाईजर बस्तीराम को कॉल कर दिया गया।
घटना की सूचना पुलिस चौकी चिचोला को मिलने पर घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को बताया गया और पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से जिले के सभी थाना, चौकी, सरहदी जिलों में नाकाबंदी करने हेतु को पॉइन्ट दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज दीपक झा एवं पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देशन पर एएसपी मुकेश ठाकुर (ऑप्स) एवं एएसपी राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में सीएसपी पुष्पेन्द्र नायक, एसडीओपी डोंगरगढ़ आशीष कुंजाम के पर्यवेक्षण में पुलिस चौकी प्रभारी चिचोला निरीक्षक उमेश बघेल एवं प्रभारी साइबर सेल निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में पुलिस चौकी चिचोला एवं सायबर सेल राजनांदगांव की पृथक-पृथक 10 से ज्यादा टीम गठित कर आरोपियों का पता-तलाश प्रारंभ किया गया। पता-तलाश दौरान तकनीकी सहयोग से पुलिस टीम द्वारा अलग-अलग जगहों पर लगे सीसीटीवी का बारीकी से अवलोकन किया गया। साथ ही राजाराम बिसनोई के शरीर पर आये चोट के निशान और पूछताछ में उसके द्वारा लूट के वाहन व घटना के संबंध में बार-बार अलग-अलग जानकारी देकर पुलिस को गुमराह करता रहा, उसके कथन बयान के अनुसार तकनीकी सूचना से घटना मेल नहीं खा रही थी। जिसके बाद राजाराम बिसनोई से कड़ाई से पूछताछ करने पर अपने 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर झूठे लूट की घटना का प्लान तैयार कर घटना को अंजाम दिया। राजाराम बिसनोई पेट्रोल पंप के पूरे पैसे का हिसाब किताब स्वयं रखता था व पेट्रोल पंप में आये नगदी रकम को जमा करने भी स्वयं बैंक लेकर जाता था। लगातार 8 दिन तक पेट्रोल पंप का पैसा बैंक में जमा नहीं करने व नगदी रकम लगभग 14 लाख रूपये इकट्ठा हो जाने से मन में लालच होने से अपने दो साथियों के साथ झूठे लूट की घटना का प्लान बनाया। उक्त घटना दिनांक को राजाराम बिसनोई 14 लाख नगर रकम को मारूती पेट्रोल पंप घोरतलाव से निकला और अपने 2 साथियों को सोमेश सिन्हा पिता अशोक सिन्हा, उम्र 22 साल, निवासी फत्तेगंज, सड़क चिरचारी थाना बागनदी, सहयोगी शेख इमामुद्दीन पिता निजामुद्दीन, उम्र 23 साल, निवासी सड़क चिरचारी थाना बागनदी को पूर्व में बनाये गये प्लान अनुसार स्वीफ्ट कार में बुलवाया और सुनसान जगह मौका देख कर झूठे लूट की घटना को अंजाम दिया। तीनों आरोपियों से लूट की रकम 13,40,000 रूपये नगदी व घटना में प्रयुक्त स्वीफ्ट कार एवं चाकू जप्त किया गया। उक्त तीनों आरोपियों को ओपी चिचोला के अपराध क्रमांक 121/24 धारा 341, 394, 34 भादंवि पंजीबद्ध कर आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है।
उक्त कार्यवाही में सीएसपी राजनांदगांव पुष्पेन्द्र नायक, एसडीओपी आशीष कुंजाम, ओपी चिचोला से निरीक्षक उमेश बघेल, उनि देवा भारती, सउनि विनोद वर्मा, सउनि नंदकुमार फरदिया, प्रधान आरक्षक मुकेश साहू, घनश्याम वर्मा, आरक्षक हेमलाल पंचारी, नितेश धु्रव, उत्तम यादव, रविकांत धृतलहरे, थाना कोतवाली से उनि नारंग, प्रधान आरक्षक जी सिरील, आरक्षक अविनाश झा, थाना बागनदी से निरीक्षक मनीष धु्रव, ओपी तुमड़ीबोड़ से सउनि तुलाराम बांक एवं सायबर सेल से निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा, सउनि द्वारिका प्रसाद लाउत्रे, प्रधान आरक्षक अनित शुक्ला, बसंत राव, आरक्षक मनोज खुंटे, अवधकिशोर साहू, अमित सोनी, दुर्गेश भूआर्य, परिवेश वर्मा, हरीश ठाकुर, जीवन ठाकुर, मनीष वर्मा, हेमंत साहू, आदित्य सिंह का सराहनीय योगदान रहा।