राजनांदगांव। ग्रीष्म ऋतु के प्रारंभ से ही भू-जल स्तर कम होने के कारण जल संकट की स्थिति निर्मित हो रही थी, जिसे ध्यान में रखकर मोहारा शिवनाथ नदी एनीकट से सील्ट निकालने की कार्यवाही की गयी और इसी कड़ी में नगर निगम द्वारा शहर के सार्वजनिक कुंओं की सफाई करने का बीड़ा उठाया तथा महापौर मधुसूदन यादव के निर्देश पर आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने प्रक्रिया कर प्रथम चरण में 15 कुंओं की सफाई करने विधिवत कार्यादेश जारी किया। जिसके परिणाम स्वरूप निगम सीमाक्षेत्र के कुंओं की सफाई प्रारंभ हो गई। कुंआ सफाई का जायजा लेकर महापौर यादव ने सभी कुॅओ से सील्ट निकाल कर अच्छे तरीके से सफाई करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष गर्मी के प्रारंभ से ही भू-जल स्तर तेजी से गिरा है, जिसके परिणाम स्वरूप शिवनाथ नदी के जल स्तर में भी कमी आई और शहर में सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए महापौर श्री यादव के नेतृत्व एवं आयुक्त श्री विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में शिवनाथ नदी एनीकट का जल स्तर बढाने सील्ट निकाला गया और मटियामोती व मोंगरा जलाशय से पानी लेकर दो दिन में तीन समय पेयजल आपूर्ति की जा रही है। शहर के कुंआ की लंबे समय से सफाई नहीं होने के कारण उसका उपयोग नहीं हो रहा था, जिसे संज्ञान में लेकर महापौर श्री यादव ने कुंआ सफाई के लिए प्रक्रिया करने कहा और उनके निर्देश पर शहर के कुॅओ की सफाई चालू की गयी।
निगम सीमाक्षेत्र में 61 सार्वजनिक कुंए है जिनमें से प्रथम चरण में 15 कुंओं की सफाई की जा रही है, ताकि कुंआ के पानी का जल स्त्रोत बढ़े और निस्तारी योग्य बने। विगत एक सप्ताह से कुंओं की सफाई की जा रही है, जिसके तहत मोतीपुर बरबट्टी कुंआ, वार्ड नं. 11 के मजार गली व आम्बेडकर मूर्ति के पास का कुंआ तथा वार्ड नं. 12 में बुद्ध मूर्ति के पीछे व स्टेशन रोड कुंआ की सफाई की गयी। वर्तमान में ढाबा के कुंआ और गांधी चौक कुंआ की सफाई दो दिनों से की जा रही है। सभी 15 कुंओं की सफाई बारिश के पूर्व की जावेगी, ताकि जल स्त्रोत खुलकर बारिश में पानी संग्रहण बढेगा।
महापौर मधुसूदन यादव स्वयं कुंआ सफाई का जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे है। उनके द्वारा गांधी चौक कुंआ सफाई का निगम अध्यक्ष टोपेन्द्र सिंह पारस वर्मा, स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी सदस्य व वार्ड पार्षद शैंकी बग्गा, राजस्व विभाग के प्रभारी सदस्य राजा माखीजा, पार्षद रवि सिन्हा, पूर्व पार्षद देवेन्द्र मोहन लाला के साथ जायजा लेकर संबंधित से कहा कि सभी कुंआ से सील्ट भी निकाले और अच्छी तरह से साफ करना सुनिश्चित करें। सफाई के पश्चात भी यदि आंधी-तुफान से पेड़ के पत्ते या कचरा आदि गिरने से उसे भी साफ करते जाए। उन्होंने अधिकारियों से भी कहा कि जिस क्षेत्र का कुंआ सफाई हो वहां मॉनिटरिंग करे और संबंधित पार्षद को भी सूचित करें।
¸महापौर श्री यादव ने नागरिकों से अपील की है कि कुंआ, तालाब हमारे पुरातत्व धरोहर है, इसका संवर्धन संरक्षण के अलावा इसको साफ रखना हमारी जवाबदारी है। अतः सभी कुंआ, तालाबों को साफ-सुथरा रखना है, इसमें कचरा गंदगी नहीं डालना है और लोगों को कचरा डालने मना करना है।