राजनांदगांव। पार्टी कार्यकर्ताओं को टेंडर नहीं मिलने की वजह से पूरा टेंडर ही रद्द कर दिया गया। बात शासकीय जिला अस्पताल की है। बताया जा रहा है कि मरीजों को भोजन, चाय-नास्ता देने के लिए टेंडर बुलवाए गए थे, जिसमें 7 लोगों ने टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया था। 7 में से केवल 4 टेंडर वैध माने गए थे, जिसमें जलाराम फूड कंपनी रायपुर को कार्य करने का आदेश सिविल सर्जन कार्यालय से दिया गया था। गौरतलब है कि टेंडर प्रक्रिया में सत्तापक्ष पार्टी कार्यकर्ता द्वारा भी टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया गया था, लेकिन उनका टेंडर नियम शर्तो के पूर्ण पालन नहीं होने के चलते निरस्त हो गया था। तब से भाजपा कार्यकर्ता लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के चक्कर लगाकर अपनी बात मनवा ली, पार्टी के बड़े नेता ने पूरी टेंडर प्रक्रिया को ही निरस्त करवा दिया, जबकि जिला अस्पताल सिविल सर्जन कार्यालय से जलाराम फूड, रायपुर को कार्य आरंभ करने का आदेश जारी कर दिया गया था। इन सब में राजनीति का बहुत बोल बाला रहा, यहां हर आदमी अपने आप को मुख्यमंत्री के बराबर समझकर धमकी-चमकी देकर बात कर रहे थे, इसे चलाने नहीं देंगे, इस करके नेतागिरी करके या आदेश को निरस्त कराया गया। अब बताया जा रहा है कि जिसे कार्य आदेश मिला था, वह स्टे के लिए हाईकार्ट पहुंच गया है।