राजनांदगांव। स्वामी आत्मानंद स्कूलों के संचालन एवं प्रबंधन हेतु कैबिनेट के निर्णय दिनांक 13 मई 2020 के उपरांत एक समिति का गठन किया गया है, जिसे पंजीकृत भी कराया गया है और यही पंजीकृत समिति स्वामी आत्मानंद स्कूलों का संचालन एवं प्रबंधन करती है, जिसके पदेन अध्यक्ष कलेक्टर होते है, जिसके पदेन सचिव जिला शिक्षा अधिकारी होते है, मुख्य कार्यपालन अधिकारी और आयुक्त नगर पालिक निगम सदस्य होते है।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में दस्तावेज साक्ष्य देकर यह आरोप लगााया है कि राजनांदगांव जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद स्कूलों का संचालन डीईओ अभय जयसवाल और सहायक संचालक आदित्य खरे कर रहे है, क्योंकि इन दोनों अधिकारियों के द्वारा ही इन स्कूलों में शासन द्वारा नियुक्त प्राचार्य, व्याख्याओं को हटाया जा रहा है, संलग्न किया जा रहा है, जबकि आत्मानंद स्कूलों को संचालित करने पंजीकृत समिति जिले में निष्कि्रय है, इसलिए कलेक्टर पदेन अध्यक्ष के आंख में धुल झोंककर यह दोनों अधिकारी अध्यापन व्यवस्था के आड़ में गांवों से शिक्षकों को शहरों में ला रहे है और फिर उन शिक्षकों से बाबूगिरी और अफसगिरी कराया जा रहा है। स्वयं के अधिकार से छात्रहित के नाम से व्याख्याताओं को पहले शहर के स्वामी आत्मानंद स्कूल में संलग्न किया जाता है, फिर वे व्याख्याता उस स्कूल में बच्चों को पढ़ाना छोड़ अन्य स्कूल में किसी अन्य कार्यो मे व्यस्त हो जाते है।
श्री पॉल ने दुर्ग कमिश्नर और संयुक्त संचालक को बताया है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय राजनांदगांव में एक गिरोह सक्रिय है, जो यह काम कर रहा है और इस गिराह पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज किया जाना जरूरी है, अन्यथा यह गिरोह सुनियोजित ढंग से बच्चों के जीवन व भविष्य के साथ खिलवाड़ करते रहेगा।
श्री पॉल ने डीपीआई को बताया कि शासन के नियमानुसार शासन द्वारा नियुक्त व्याख्याताओं को डीईओ और सहायक संचालक नहीं हटा सकते, बावजूद इसके जिले में दो अधिकारी यह काम कर रहे है,ए और जिले में पदस्थ बड़े अधिकारी अपने स्वामी आत्मानंद स्कूलों में इन दोनों अधिकारियों की मनमानी को रोक नहीं पा रहे है, जो चिंता का विषय है। कलेक्टर, सीईओ और निगम कमिश्नर स्वामी आत्मानंद स्कूलों के पंजीकृत समिति में जिम्मेदार अधिकारी होते है, लेकिन डीईओ और सहायक संचालक इन स्कूलों को मनमाने ढंग से संचालित कर रहे है, जो समझ से परे है कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों को प्रबंध और संचालन करने वाली पंजीकृत समिति कहां है।